लोकसभा चुनाव के बाद पीएम मोदी का अभी शपथग्रहण भी नहीं हुआ है लेकिन राम मंदिर का मुद्दा एक बार फिर उठ गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। आरएसएस प्रमुख भागवत ने कहा कि भगवान राम का नाम बहुत हो गया अब राम का काम होकर रहेगा।
भागवत राजस्थान के उदयपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। भागवत ने यहां टाइगर हिल स्थित प्रताप गौरव केंद्र में नवनिर्मित भक्तिधाम में संत मुरारी बापू के साथ पूजा अर्चना भी की। भागवत ने यहा करीब 17 मिनट तक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार राम का काम होकर रहेगा। भागवत की इस बात का सभागार में मौजूद लोगों ने जयश्रीराम के नारे से स्वागत किया।
संघ प्रमुख ने कहा कि हमें भारत और भारतवासियों को बड़ा बनाना है। उन्होंने कहा कि भारत को महाशक्ति बनना ही चाहिए। उन्होंने इतिहास की घटनाओं को ना भुलाने की बात कही। भागवत ने कहा कि अपने इतिहास को भुला देने से हम भटक जाएंगे। उन्होंने कहा कि दुनिया के इतिहास में और हमें यही बताया गया है कि जिस देश के लोग सजग, बलवान, सक्षम, सक्रिय और शीलवान होंगे वह देश निरंतर आगे बढ़ता रहेगा।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि जिस देश में यह सब नहीं होता उस देश में अच्छे नेता हों, विचारक हों, सब कुछ हो फिर भी भाग्य उसके साथ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इसलिए हम सब लोगों को सक्रिय होना होगा। भागवत ने कहा कि जन का मतलब मनुष्यों का जमावड़ा नहीं होता। हमारा देश अपने सनातन धर्म के साथ हिंदू धर्म व प्राचीन एकरूपता लिए हुए है। इसके बिना भारत हो ही नहीं सकता।
राम का काम मतलब राष्ट्र का कामः इस अवसर संत मोरारी बापू ने कहा कि राष्ट्र को युवाओं की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हमें राम का काम करना है। राम का काम मतलब राष्ट्र का काम है। मोरारी बापू ने महाराणा प्रताप की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां प्रताप की प्रतिमा नहीं प्रतिभा है।