पांच राज्यों में हो रहा चुनाव केवल इस वजह से अहम नहीं हैं कि वहां किसकी सरकार आती है। राज्यसभा सांसदों के चुनाव में भी इनका परिणाम अहम भूमिका अदा करेगा। खास तौर पर यूपी, पंजाब व उत्तराखंड के नतीजे ऊपरी सदन में मोदी सरकार की मजबूती को तय करेंगे। तीनों राज्यों के चुनाव सीधे तौर पर राज्यसभा के लिए 19 सीटों पर होने वाले चुनाव पर असर डालेंगे। फिलहाल 19 सीटों में से 6 बीजेपी, 5 कांग्रेस, 3 सपा, 3 शिरोमणि अकाली दल, 2 बीएसपी के पास हैं।
राज्यसभा की बात करें तो बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के पास 114 सीटें हैं। बीजेपी के पास 97, जदयू के पास 5, अन्नाद्रमुक के पास 5 हैं। जबकि 1 सीट निर्दलीय के पास है और 6 सीटें छोटे दलों के पास हैं। अप्रैल से अगस्त के बीच राज्यसभा की 70 सीटों पर चुनाव होना है। जाहिर है कि इन चुनावों में राज्यसभा की तस्वीर बदली हुई दिखने वाली है। गणित के मुताबिक बीजेपी को 5, अन्नाद्रमुक को 1 सीट का नुकसान दिख रहा है। निर्दलीय की भी 1 सीट कम होगी। ऐसे में एनडीए 114 से घट कर 107 पर आ जाएगा। बीजेपी कमजोर होगी।
पंजाब, उत्तराखंड और यूपी में अगर विधायक कम आए तो राज्यसभा में बीजेपी सांसदों की संख्या और कम हो सकती है, क्योंकि इन राज्यों में राज्यसभा की 19 सीटें हैं। यहां की तस्वीर 10 मार्च के बाद साफ हो जाएगी। समग्र तौर पर देखा जाए तो कुल 8 राज्यों में से 5 राज्यों में बीजेपी की 8 सीटें कम होंगी लेकिन 3 राज्यों से 3 सीटें बढ़ेंगी भी। इस हिसाब से बीजेपी को 5 सीटों का नुकसान होगा।
स्वामी समेत ये सांसद होंगे विदा
सुब्रमण्यम स्वामी भी राज्यसभा से विदा हो जाएंगे। स्वामी का कार्यकाल 24 अप्रैल को खत्म होने जा रहा है। कांग्रेस के जी-23 में शामिल नेता आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, एके एंटनी और अंबिका सोनी, प्रताप सिंह बाजवा भी ऊपरी सदन से विदा हो रहे हैं। राजस्थान बीजेपी से ओम प्रकाश माथुर, राम कुमार वर्मा, हर्ष वर्धन सिंह और अल्फोंस का कार्यकाल 4 जुलाई को खत्म हो रहा है। झारखंड से मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्दार की दो सीटों का कार्यकाल 7 जुलाई को खत्म हो रहा है।
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आंध्र प्रदेश में भाजपा से सुरेश प्रभु, वाईएस चौधरी, टीजी वेंकटेश यानी चार राज्यसभा सीटों का कार्यकाल 21 जून को पूरा हो जाएगा। महाराष्ट्र भाजपा से पीयूष गोयल, विनय सहस्रबुद्धे, विकास महात्मे, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल, कांग्रेस के पी चिदंबरम और शिवसेना से संजय राउत का कार्यकाल खत्म हो रहा है। छत्तीसगढ़ से बीजेपी के रामविचार नेताम और कांग्रेस से छाया वर्मा भी विदा हो रही हैं। मध्य प्रदेश से तीन सीटों का कार्यकाल 29 जून को खत्म हो जाएगा। बीजेपी से एमजे अकबर, संपतिया उइके और कांग्रेस से विवेक तन्खा इनमें शामिल हैं।
हरियाणा बीजेपी से दुष्यंत कुमार और निर्दलीय सुभाष चंद्रा का कार्यकाल एक अगस्त को खत्म हो रहा है। बिहार की पांच सीटों का कार्यकाल सात जुलाई को खत्म हो रहा है। असम से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा और रानी नारा का कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म हो रहा है। त्रिपुरा से भाकपा सांसद झरना दास का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो जाएगा।