रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के सांसद रामदास अठावले ने बुधवार को एक बार फिर संसद में कविता सुनाई। सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्री अठावले ने उच्च सदन में चर्चा के दौरान कहा कि मोदी जी ने लिया अपने ऊपर सभी मजदूरों का भार, इसलिए उनके देश के मजदूर करते हैं प्यार। संतोष गंगवार हैं आदमी सोबर, इसीलिए उन्हें डिपार्टमेंट मिला है लेबर। लेबर को न्याय देने की गंगवार जी में है हिम्मत, इसीलिए हम सब उनके देते हैं हिम्मत।

यह पहली बार नहीं है कि रामदास अठावले ने संसद में अपनी अजीब तुकबंदी वाली कविता सुनाई हो। इससे पहले 14 सितंबर को राज्यसभा में उपसभापति के लिए हुए चुनाव के बाद भी उन्होंने कविता सुनाई थी। कविता सुनकर सांसदों की हंसी छूट पड़ी थी। अठावले ने कहा जिस तरह माननीय वेंकैया नायडू जी और हरिवंश राय की थी दो हंसों की जोड़ी…इसलिए सही दिशा से चल रही थी राज्यसभा की अगाड़ी, मुझे मालूम है ये दोनों की नाड़ी…इसलिए मैंने बढ़ाई है ये दाढ़ी।

अठावले ने आगे कहा कि मुझे जब-जब आपने (नायडू) और हरिवंश बाबू ने बोलने का दे दिया था मौका…मैंने तब-तब मार दिया था चौका।कभी-कभी मैं मारता था छक्का, और मैं दे देता था विरोधी दलों को धक्का। अठावले की बुधवार को कही गई इस कविता पर लोगों ने भी खूब मजे लिए। एक यूजर @coolfunnytshirt ने लिखा कि अठावले जी और उनकी दुर्लभ कविता, जैसे बैंगन की सब्जी में पपीता।

यूजर ने आगे यह सवाल भी पूछा कि अठावले के कविता की पुस्तक कब प्रकाशित हो रही है। एक अन्य यूजर @theskindoctor13 ने लिखा कि वाह, सर वाह! ये कविता आपने हजरत निजामुद्दीन के कब्रिस्तान में पढ़ी होती तो गालिब खुद कब्र से उठकर आपको गले लगा लेते। यूजर @aarohi_vns ने लिखा कि पूरी दुनिया एक तरफ और अठावले जी की कविता एक तरफ।

एक यूजर @doorva207 ने लिखा कि रामदास अठावले जी ने सुनाई मनमोहक कविता। अब तो विपक्ष को सदन के बाहर बेचना पड़ेगा सेब और पपीता। सरकार बिल पर बिल कर रही पास। विपक्ष के अरमानों का सत्यानाश। इससे पहले हरिवंश के उपसभापति चुने जाने के बाद भी अठावले ने कविता के जरिये उनको बधाई दी थी।