रोड एक्सीडेंट को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय नए योजना पर विचार कर रहा है। मंत्रालय ने कहा है कि शहर के सड़कों और हाइवे पर दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए अलग से लेन, अंडरपास और ओवरब्रिज बनाने का प्लान है। जिसपर विचार किया जा रहा है।
आए दिन सड़कों पर दोपहिया वाहनों की भिड़ंत होती रहती है। दोपहिया वाहनों के ही सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट होते हैं। ऐसे में मंत्रालय दोहहिया वाहनों के लिए बेहतर योजना लेकर आया है। जिससे एक्सीडेंट के मामले घटेंगे। सरकार द्वारा रोड एक्सीडेंट के आंकड़ें बताते हैं कि 44 फीसदी सड़क हादसे में बाइक ड्राइवर होता है। तो वहीं करीब 17 फीसदी पैदल चलने वालों का रोड एक्सीडेंट हुआ है। जबकि मरने वाले 19 फीसदी पैदल यात्री होते हैं।
मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए इस नए प्लान के तहत दोपहिया वाहनों और पैदल चलने वाले यात्रियों के रोड एक्सीडेंट में कमी आएगी। भारत में ज्यादा ही सड़क हादसे होते हैं। सड़क दुर्घटना को लेकर मंत्रालय द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में कुल 4,61,312 रोड एक्सीडेंट हुए। जबकि 1,68,491 लोगों की मौत हो गई।
साल दर साल बढ़ रहा रोड एक्सीडेंट
वहीं आकंड़े बताते हैं कि देश में एक्सप्रेस-वे सहित बहुत से रोड नेटवर्क का विस्तार हुआ है। इसके साथ ही गाड़ियों की संख्या भी बढ़ी है। रोड एक्सीडेंट के प्रमुख वजहों में इसे भी माना जाता है। साल दर साल सड़क हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। जहां साल 2012 में 28.2 फीसदी लोगों की मौत हुई थी तो वहीं 2022 में यह संख्या बढ़कर 36.5 फीसदी हो गई।
हर घंटे होते हैं 53 सड़क हादसे
वहीं मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार साल 2023 में करीब हर घंटे करीब 53 रोड एक्सीडेंट हुए। जिसमें से 19 लोगों की मौत हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार जहां साल 2022 से 2023 में सड़क हादसो में करीब 9.4 फीसदी रोड एक्सीडेंट में लोगों की मौत हुई। जबकि 11.9 फीसदी सड़क हादसे बढ़े।