चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) की तबीयत फिर बिगड़ गई है। वे पहले से ही कई परेशानियों से जूझ रहे हैं। वह रिम्स में भर्ती थे जहां से उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया था लेकिन एम्स ने उन्हें एडमिट लेने से इनकार कर दिया है। इमर्जेंसी वार्ड में रातभर ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद लालू यादव को बुधवार सुबह 4 बजे डिस्चार्ज कर दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें रिम्स के डॉक्टरों से ही इलाज कराने की सलाह दी गई है। लालू यादव 13 से अधिक बीमारियों से जूझ रहे हैं।

राजद सुप्रीमो के स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आ रही है। उनकी किडनी 15 फीसदी क्षमता के साथ ही काम कर रही है। लालू यादव की ब्लड रिपोर्ट और हार्ट रिपोर्ट आने के बाद आनन-फानन में मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया, जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स रेफर करने का फैसला किया गया था।

रिम्स में उनका इलाज कर रहे डॉ. विद्यापति के मुताबिक, बिहार के पूर्व सीएम की किडनी पांचवें स्टेज में पहुंच चुकी है और इसके स्तर में लगातार गिरावट आ रही है। डॉ. विद्यापति ने बताया कि नेफ्राेलाॅजिस्ट के अलावा हार्ट के विशेषज्ञ डाॅक्टराें की देखरेख में इलाज के लिए लालू यादव को दिल्ली स्थित एम्स भेजा गया। डॉ. विद्यापति ने बताया कि पिछले 15 दिनाें में लालू यादव का क्रिएटिनिन लेवल 25 प्रतिशत तक बढ़ गया है, जाे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

लालू प्रसाद हृदय रोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, तनाव, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड, थैलीसीमिया, ब्रेन से संबंधित बीमारी, कमजाेर इम्युनिटी के अलावा दाहिने कंधे की हड्डी में परेशानी, पैर की हड्डी की समस्या और आंखों में परेशानी समेत अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं।

पिछले महीने, लालू यादव को रांची की सीबीई अदालत ने पांचवें चारा घोटाला मामले में 5 साल कैद की सजा सुनाई थी। डोरंडा कोषागार मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद लालू यादव को सजा सुनाई गई थी। सीबीआई कोर्ट ने राजद सुप्रीमो पर 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था।