राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने अनूठे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वे अपनी बातों से विरोधियों को भी हंसा देते हैं। एकबार एक टीवी कार्यक्रम में जब एंकर ने लालू प्रसाद यादव से कहा कि आप तो साधुओं से भी अच्छा प्रवचन देते हैं तो उन्होंने अपने अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि वे नहीं चाहते हैं कि उनके स्थान पर कोई असर पड़े।

दरअसल साल 2012 में अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद इंडिया टीवी के आप की अदालत कार्यक्रम में लालू प्रसाद यादव को बुलाया गया था। कार्यक्रम में लालू प्रसाद यादव ने अन्ना हजारे पर जमकर निशाना साधा था। इस दौरान एंकर रजत शर्मा ने लालू प्रसाद यादव के जवाबों को लेकर कहा था कि आप तो साधु और संतों से अच्छा प्रवचन देते हैं। तो लालू प्रसाद यादव ने रजत शर्मा को जवाब देते हुए कहा था कि हम बढ़िया प्रवचन देते हैं लेकिन ये नहीं चाहते हैं कि हम इसमें प्रवेश करें, साधु वगैरह लोग हैं उनका भी अपना स्थान है।

लालू यादव के इतना कहते ही एंकर रजत शर्मा ने उन्हें बीच में रोकते हुए कहा कि इसका मतलब उनके बिजनेस पर कोई प्रभाव पड़ेगा। तो लालू यादव ने अपने अंदाज में कहा कि हां थोड़ा असर पड़ेगा। लालू यादव के इतना कहते ही वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे। यहां तक कि एंकर रजत शर्मा और खुद लालू प्रसाद यादव भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए।

इस कार्यक्रम के दौरान लालू प्रसाद यादव ने अन्ना हजारे पर कई कटाक्ष किए थे। कार्यक्रम में जब एंकर ने कहा कि अन्ना हजारे तो कहते हैं कि वो मंदिर में रहते हैं और उनको कुछ भी नहीं चाहिए। बस वो चाहते हैं कि जनता के लिए एक भ्रष्टाचार विरोधी कानून बने। इसपर जवाब देते हुए लालू प्रसाद यादव ने अपने अंदाज में कहा कि क्या वही एक हैं, यहां करोड़ों-करोड़ों लोग झोंपड़ी में रहते हैं। वो कौन मंदिर में रहते हैं, जादव बाबा, जादव बाबा का मंदिर है। वो जादव बाबा को साष्टांग प्रणाम करके निकलते हैं।

आगे लालू यादव ने अन्ना हजारे को निशाने पर लेते हुए कहा कि आप क्यों सफाई दे रहे हैं, कौन आपसे हिसाब मांग रहे हैं। आप पार्टी बना लीजिए, जीत कर आइये और राज कीजिए. बिल अगर बन जाएगा तो हमारा चार एमपी बना देगा क्या? बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 1 मई को तीन साल बाद जमानत पर जेल से रिहा हुए। चारा घोटाले मामले में तमाम कानूनी दांव पेंच के बाद लालू प्रसाद जेल से बाहर आए।