राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की। लालू यादव ने कहा कि जेपी आंदोलन के वक्त उन्होंने नीतीश कुमार को आगे बढ़ाया और आज नीतीश मोदी की जय-जयकार कर रहे हैं। उन्होंने नीतीश को राजनीति का पलटूराम बताया। लालू ने कहा, “छात्र आंदोलन की शुरुआत मैने की और नीतीश से ज्यादा लोकप्रिय था। नीतीश कुमार राजनीति के पलटूराम हैं, न जाने कितनी बार पलटी मारी है।” लालू ने कहा कि नीतीश उनके बेटे तेजस्वी यादव की लोकप्रियता से डर गए थे। लालू बोले, “तेजस्वी के सवाल पर नीतीश विधानसभा में चुप थे। वह तेजस्वी की लोकप्रियता से डर गए थे।”
नीतीश कुमार के राजनीतिक करियर पर एक नजर:
नीतीश कुमार 1990 में लालू के दाहिने हाथ कहे जाते थे।
साल 1994 में नीतीश ने लालू से नाता तोड़ा और जनता दल से अलग समता पार्टी के साथ आए
1997- 2005 तक लालू के खिलाफ अभियान चलाया
2005 में भाजपा के साथ मिलकर सरकार लालू को हराकर सरकार बनाई
2014 में नीतीश ने लालू के साथ मिलकर गठबंधन किया
2015 में गठबंधन ने भाजपा का बुरी तरह हराया
Mai nahi chahta tha iss aadmi ko aage neta khada kiya jaaye, iss par koi bharosa nahi. Lekin Mulayam ji ne kaha, maan lo: Lalu on #Nitish pic.twitter.com/HLnARTZ1oB
— ANI (@ANI) August 1, 2017
वहीं, बिहार में महागठबंधन टूटने और सरकार से अलग होने के बाद राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। तेजस्वी ने नीतीश के अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा देने के बयान पर तंज कसते हुए मंगलवार को कहा कि अंतरात्मा का ही बैंड बजा हुआ है। तेजस्वी ने माइक्रो ब्लगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, “अंतरात्मा का बैंड बजा हुआ है। शरीर का भी और स्वर का भी।”
वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के मुकाबले किसी के नहीं होने के नीतीश के बयान पर तेजस्वी ने प्रधानमंत्री को व्यंग्यात्मक लहजे में बधाई देते हुए सोमवार शाम ट्वीट कर कहा था, “आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी को हार्दिक बधाई। भक्तों की संख्या में खुलकर आज एक और नतमस्तक परम शिष्य की ‘एंट्री’।”