सतना में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को घोषणा की है कि वो हर रविवार को हिंदुओं को चर्च जाने से रोकने के लिए अभियान चलाएंगे। दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं का दावा है कि रविवार को चर्च में होने वाली प्रार्थना के बल पर बड़ी मात्रा में हिंदुओं का धर्मांतरण किया जा रहा है। इससे एक दिन पहले सतना में ही कुछ लोगों ने चर्च में घुस कर एक शादी सामारोह को रोकने की कोशिश की थी।

वहीं बुधवार को राजधानी भोपाल से 450 किलोमीटर दूर सिद्धार्थनगर इलाके में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर चर्च में घुसकर अरुण कुशवाह और सुभद्रा कुशवाह की शादी को भी रोक दिया था। पुलिस ने उस मामले में दुल्हे पर राज्य धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत कई धाराओं में केस दर्ज किया है। दुल्हें पर हिंदुओं की धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है। इसके अलावा दुल्हें पर नाबालिग से शादी करने का भी केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक शादी के समय दुल्हन की उम्र 18 साल होने से 10 दिन कम थी।

रविवार को कुछ लोग नारे लगाते हुए चर्च के पास के मौहल्लों से गुजरे और लोगों को बताया कि कैसे ईसाई मिशनरी उनका धर्मांतरण करना चाहते हैं। बजरंग दल के एक नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, ” हमारे प्रयासों के चलते कोई एक भी आदमी इस रविवार को प्रार्थना सभी में नहीं गया। मध्य प्रदेश के बैकवर्ड क्लास कमीशन के सदस्य लक्ष्मी यादव ने दावा किया है कि दुल्हा और दुल्हन ने लिखित में कहा है कि वे वापस हिंदू धर्म में लौटना चाहते हैं और हिंदू धर्म के अनुसार ही शादी करना चाहते हैं। हालांकि अरुण ने ऐसे किसी लिखित बयान देने की बात से इनकार किया है। वहीं चर्च का कहना है कि वो कानूनी मदद लेने के बाद ही इस मुद्दे पर कुछ कहेंगे