Mamata Banerjee Government: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार का वक्त शायद खराब चल रहा है। पहले R G Kar मामला बंगाल और उसके बाहर भी सुर्खियों में रहा और अब कोलकाता के लॉ कॉलेज में छात्रा से हुए बलात्कार के मामले ने भी तूल पकड़ लिया है। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में 1 साल का वक्त बचा है और बीजेपी ने जिस तरह इन दोनों मामलों को बड़ा मुद्दा बनाया है, वह ममता सरकार की मुश्किलों को बढ़ाने वाला है।

कोलकाता लॉ कॉलेज में बलात्कार का मामला TMC के लिए ज्यादा मुश्किल भरा इसलिए है क्योंकि इसमें उसकी स्टूडेंट विंग तृणमूल छात्र परिषद के पूर्व नेता मोनोजीत मिश्रा का नाम शामिल है।

कोलकाता रेप मामले में गिरफ्तार TMC नेता मोनोजीत मिश्रा का कैंपस में था दबदबा

R G Kar मामले में हुए थे जबरदस्त प्रदर्शन

याद दिलाना होगा कि अगस्त, 2024 में जब R G Kar बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था तो पूरे बंगाल में विपक्षी दलों के साथ ही डॉक्टर्स से जुड़े संगठन भी मैदान में उतर आए थे। इसे लेकर लंबे वक्त टकराव चला और राज्य सरकार को प्रदर्शनकारियों की कई मांगों को मानना पड़ा।

मोनोजीत मिश्रा पर पहले ही कम से कम पांच मामले हैं जिनमें हत्या का प्रयास, यौन उत्पीड़न और जबरन वसूली जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। विपक्ष सवाल पूछ रहा है कि मोनोजीत मिश्रा के खिलाफ पहले कार्रवाई क्यों नहीं की गई? बलात्कार मामले में नाम सामने आने के बाद TMC ने मोनोजीत मिश्रा से दूरी बनाने की कोशिश की है।

‘मैं लाश की तरह पड़ी रही, उसने मुझे…’, कोलकाता गैंगरेप पीड़िता की आपबीती पढ़कर खौल जाएगा खून

R G Kar मामले में पीड़िता के पिता सीबीआई की जांच से नाराज हैं। TMC के एक सीनियर नेता द इंडियन एक्सप्रेस से कहते हैं कि R G Kar रेप-मर्डर मामले में पुलिस ने ढंग से काम नहीं किया लेकिन इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने माना कि कोलकाता बलात्कार मामले में मुख्य आरोपी की वजह से हमारी पार्टी की छवि खराब हुई है और हमें इससे उबरना होगा।

मदन मित्रा और कल्याण बनर्जी की टिप्पणी

इस मामले के तूल पकड़ने के दौरान TMC के सीनियर विधायक मदन मित्रा और लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी की टिप्पणियों की वजह से भी TMC की आलोचना हो रही है। TMC ने दोनों नेताओं को नोटिस जारी किया और दबाव इतना बढ़ गया कि मदन मित्रा को माफी भी मांगनी पड़ी। इस बीच, कल्याण बनर्जी के द्वारा पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर दिया गया बयान भी चर्चा में रहा।

जरूरी सवाल यही है कि इन दोनों मामलों की वजह से TMC को क्या विधानसभा चुनाव में कोई बड़ा नुकसान होगा?

यह भी पढ़ें- आरोपियों ने पीड़िता को दिया था इनहेलर, फिर… CCTV फुटेज से पुष्टि