कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो यूं तो किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है इसके मामले भी बढ़ जाते हैं। लेकिन एक हैरान कर देने वाले शोध से पता चला है कि केवल बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में भी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

शोध में जो आंकड़े सामने आए हैं उनके मुताबिक पिछले तीन दशकों के दौरान वैश्विक स्तर पर 45 से कम उम्र के लोगों में कैंसर के नए मामलों में 79.1 फीसद की वृद्धि हुई है। जो स्पष्ट तौर पर दशार्ता है कि कैंसर केवल बढ़ती उम्र के लोगों में होने वाला मर्ज नहीं रह गया है। यह युवाओं और बच्चों को भी तेजी से निशाना बना रहा है।

गौरतलब है कि जहां 1990 में 50 वर्ष से कम आयु के लोगों में कैंसर के 18.2 लाख नए मामले सामने आए थे, वहीं 2019 में 79.1 फीसद की वृद्धि के साथ यह आंकड़ा बढ़कर 32.6 लाख पर पहुंच गया है। इतना ही नहीं ब्रिटिश मेडिकल जर्नल आंकोलाजी में प्रकाशित इस शोध के नतीजों से पता चला है कि इस दौरान 45 से कम उम्र के लोगों में कैंसर से होने वाली मौतों में भी 27.7 फीसद की वृद्धि हुई है। 2019 में कैंसर ने 50 से कम उम्र की 10.6 लाख जिंदगियों को लील लिया था।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक, कैंसर बीमारियों का एक समूह है, जो शरीर के करीब-करीब किसी भी अंग या ऊतक में शुरू हो सकती है। इस बीमारी के दौरान असामान्य कोशिकाएं शरीर के विभिन्न हिस्सों में अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। जब अनियंत्रित तरीके से बढ़ती कोशिकाएं अपनी सामान्य सीमाओं से परे चली जाती हैं और अन्य अंगों में फैल जाती हैं, तो इस फैलाव को ‘मेटास्टेसिस’ कहा जाता है। जो कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। कैंसर के अन्य नामों में नियोप्लाज्म और घातक ट्यूमर शामिल हैं।

शोध से पता चला है कि 2019 में स्तन कैंसर के सबसे ज्यादा प्रारंभिक मामले आए थे। जिनकी दर प्रति लाख लोगों पर 13.7 दर्ज की गई थी। इसी तरह उनसे होने वाली मृत्युदर भी प्रति लाख लोगों पर 3.5 थी। हालांकि 1990 के बाद से श्वासनली और प्रोस्टेट कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। इस दौरान जहां श्वासनली के कैंसर के मामलों में हर वर्ष 2.28 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई हैं।

वहीं, प्रोस्टेट कैंसर के मामलों में भी साल दर साल 2.23 फीसद की वृद्धि हो रही है। वहीं, प्रति वर्ष 2.88 फीसद की गिरावट के साथ, 14 से 49 वर्ष की आयु के लोगों में लीवर कैंसर के मामलों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। वर्ष 2019 में वयस्कों में सबसे ज्यादा मौतों और स्वास्थ्य को गंभीर तौर पर नुकसान पहुंचाने वाले कैंसरों में स्तन, फेफड़े, श्वासनली, आंत और पेट के कैंसर सबसे ऊपर थे। शोध के अनुसार स्तन कैंसर के बाद, सबसे ज्यादा मौतें श्वासनली, फेफड़े, पेट और आंत के कैंसर के कारण हुई थी, जिनमें गुर्दे के कैंसर से पीड़ित लोगों की मृत्यु में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है।