दिल्ली से सटी सीमाओं पर केंद्र सरकार के तीन नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले दो महीने से भी ज्यादा समय से जारी है। अब इस आंदोलन की गूंज इंटरनेशनल लेवल पर भी सुनाई दे रही है। अमेरिकी की पॉप सिंगर रिहाना ने किसानों का समर्थन करते हुए एक ट्वीट किया। जिसके बाद एक के बाद एक कई अंतरराष्ट्रीय सितारों ने इसपर बोलना शुरू कर दिया। इसपर रिपब्लिक न्यूज़ नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी का कहना है कि यह आंदोलन किसानों का नहीं है।
अपने शो ‘पूछता है भारत में’ अर्नब ने रिहाना को किसान नेता तक घोषित कर दिया। अर्नब ने कहा “आज आंदोलन की असलियत खुल कर सामने आ गयी है। आज ये बात साबित हो गयी कि ये आंदोलन किसानों का नहीं हैं। आज ये बात साबित हो गयी कि इस आंदोलन से हमारे अन्नदाता का कोई लेना देना नहीं है। इस आंदोलन में ऐसे सारे लोग शामिल हो गए हैं जो दिन-रात देश को तोड़ने के सपने देखते रहते हैं। उनसे कुछ होने वाला नहीं है, पर वो कोशिश करते रहते हैं।”
रिपब्लिक भारत के पत्रकार ने कहा ” पहले इनलोगों ने बोला कि ये तो किसान आंदोलन है। MSP के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, फिर इसमें अर्बन नक्सली घुस आए, फिर कनाडा के खालिस्तानी आ गए, फिर टुकड़े टुकड़े गैंग घुस आया, फिर कहा कि कुछ भी हो जाए हम इस आंदोलन को सियासी नहीं होने देंगे। राजनीतिक दलों को घुसने नहीं देंगे। फिर धीरे धीरे हर दल के लोग घुस गए। आम आदमी पार्टी हो या कांग्रेस हो सब देश विरोध के इस यज्ञ में आहुति देने आ गए।”
अर्नब ने कहा कि पूरा आंदोलन राजनीतिक हो गया, पर साजिश यहीं तक नहीं रुकी। इसके बाद शुरू अराजकता हो गयी। जिसकी सबसे विभत्स तस्वीर दिखी 26 जनवरी को। महिलाओं को पीटा, हमारी शान तिरंगे को जमीन पर फेंक दिया। कई पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया। फिर कहा कि अगले साढ़े आठ महीने देश मे चक्का जाम करा देंगे। देश में सबकुछ ठप करा देंगे। 6 फरवरी को हाहाकार मचा देंगे। मारपीट करेंगे बसें जलाएंगे। खुल्लम खुल्ला ऐलान कर रहे हैं। और अब देखिए, अबतक हम इनसे पूछते थे कि आपका नेता कौन है ये बात छुपाते रहे। आज चार महीने बाद इन्होंने अपना नेता बता दिया और जो इनके नेता हैं। वो अमेरिका की पॉप सिंगर हैं। जिनका नाम है रिहाना।
अर्नब ने आगे कहा “ये रिहाना जो लगभग साढ़े 4 हजार करोड़ की मालकिन हैं। इन्हें इनलोगों ने भारत का किसान नेता घोषित कर दिया है। रिहाना ने हमारे देश के मुद्दे पर ट्वीट किया और कांग्रेस ने उसे माथे से लगा लिया। और साफ कर दिया कि वे लोग टुकड़े टुकड़े गैंग, अर्बन नक्सली, कैनडा के खालिस्तानी, महिलाओं को पीटने वाले गुंडे, पुलिस को पीटने वाले कायर, इन सब को बारी बारी से किसानों का लीडर बनाने के बाद अब विदेशी पॉप स्टार रिहाना, कैनेडियन यूट्यूबर लिली सिंह है। और स्वीडन की एक बच्ची ग्रेटा इन सबको किसान आंदोलन का लीडर बनाने की प्लानिंग हो चुकी है। मतलब कहां से शुरू किया और कहां पहुंच गए।
अर्नब ने कहा “पूछता है भारत कि आंदोलन शुरू किया MSP के नाम पर पहुंच गए रिहाना पर। आंदोलन शुरू किया आटा चावल के दाम पर पहुंच गए लिली सिंह पर। शुरू किया किसान बिल पर पहुंच गए ग्रेटा थनबर्ग पर। मैं शुरू से कहता आ रहा हूं कि ये किसानों का आंदोलन नहीं है, और आज ये बात साबित हो रही है। ये आंदोलन नहीं सबसे बड़ा तमाशा बन चुका है। मैं तो कहता हूं कि ये तमाशा ही नहीं तमाचा भी है उनलोगों के लिए जिन्होंने झूठ बोल कर राजनीतिक तरीके से चलाये गए षड़यंत्र को किसान आंदोलन का मुखौटा पहनाने की कोशिश की। “