पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। टीएमसी से पार्टी के नेता क्यों नाराज हैं और पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं? इसी मुद्दे पर ‘Republic TV’ पर बहस के दौरान एंकर अर्णब गोस्वामी पैनलिस्ट से बांग्ला भाषा में सवाल करने लगे। शो में मौजूद पैनलिस्ट से अर्णब गोस्वामी ने कहा ‘आपसे सवाल हिंदी में पुछूं, अंग्रेजी में या बांग्ला में…इसपर पैनलिस्ट ने कहा कि जिस भाषा में आप चाहें पूछिए..’

इसपर अर्णब गोस्वामी ने हाथ पीटते हुए कहा कि ‘तो मैं पूछता हूं हिंदी और बांग्ला में भी…पैनलिस्ट ने कहा कि आपके पास कोई मसाला ही नहीं है।’ इसपर अर्णब दोबारा ताली बजाते हुए बोले कि हिंदी और बांग्ला दोनों में पूछता हूं। इसके बाद अर्णब गोस्वामी ने बांग्ला भाषा में पैनलिस्ट पर सवालों की बौछार लगा दी। अर्णब के इस तरह सवाल पूछे जाने पर पैनलिस्ट भी बांग्ला भाषा में ही एंकर को जवाब देने लगे…इधर ताली पीटते हुए अर्णब गोस्वामी लगातार बांग्ला भाषा में पैनलिस्ट से सवाल पूछते रहे और अंत में उन्होंने हिंदी में पूछा कि सब भाग क्यों रहे हैं आपको छोड़ कर…

इसके बाद वो फिर बांग्ला भाषा में पैनलिस्ट से सवाल पूछने लगे..इस बार भी अर्णब गोस्वामी बांग्ला भाषा में पैनलिस्ट से ताली पीट कर ही सवाल पूछ रहे थे। जैसे ही पैनलिस्ट ने अर्णब के सवालों का जवाब दिया। अर्णब गोस्वामी ने कहा कि ‘जैसे ही मैंने बांग्ला में सवाल किया आप हिंदी में जवाब देने लगे’…इसके बाद फिर अर्णब बांग्ला भाषा में अपनी बात रखने लगे।

अर्णब और पैनलिस्ट के बीच इस बातचीत को सुनने के बाद शो में मौजूद एक अन्य पैनलिस्ट ने कहा कि ‘आज अर्णब गोस्वामी ने पूछता है भारत की बंगाल में शुरुआत कर दी है और जो चैलेंज दे रहे थे उनकी बोलती बंद हो गई है…इनके बस की बात नहीं है।’

आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह बैरकपुर से विधायक शीलभद्र दत्ता ने पार्टी टीएमसी छोड़ने का ऐलान किया। इसके बाद दोपहर को अल्पसंख्यक सेल में महासचिव कबिरुल इस्लाम ने भी इस्तीफा दे दिया। बीते दिन राज्य सरकार में पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी छोड़ दी थी