भारत में सत्ताधारी पार्टी के नेता और उनके समर्थक कोरोना को चाइनीज वायरस की संज्ञा दे चुके हैं। इतना ही नहीं सत्ताधारी पार्टी के कई नेता इस महामारी को चीन की साजिश भी बता चुके हैं। इसी मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान कोरोना वायरस को सीधे सीधे चीन से जोड़ने पर पैनल में ही मौजूद रहीं एक विश्लेषक ने कहा कि हम उप महाद्वीप में रहते हैं, इसलिए हम यूं ही नहीं अमेरिका पर भरोसा नहीं कर सकते हैं।
रिपब्लिक टीवी पर आयोजित एक डिबेट शो के दौरान एंकर ने कोरोना वायरस के पीछे चीन की साजिश को लेकर सवाल पूछा। इसके जवाब में पैनलिस्ट सुजाता पॉल ने कहा कि हम एक बीमारी से लड़ रहे हैं, इस बीमारी का वैज्ञानिक तरीके से पता लगाया जाना चाहिए कि यह कैसे आया। हम जानते हैं कि चीन के लोगों की जीवन शैली किस प्रकार का है और उनका खान पान किस प्रकार का है। सिर्फ इसलिए कि अमेरिका ने बिना तथ्य के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार कर यह कह दिया है तो हम उनकी बात को मान लें।
आगे पैनलिस्ट सुजाता पॉल ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम एक उपमहाद्वीप रहते हैं,हमें संभल कर सब बातों को बोलने की जरूरत है। जबतक तथ्य नहीं आ जाते तबतक हम किसी को अटैक करने ना जाएं तो बेहतर हैं। हमारी विदेश नीति हमेशा से यही है।
इसके अलावा सुजाता पॉल ने कहा कि लेकिन इस बात की जांच अवश्य होनी चाहिए कि और आने वाले समय में जो होने वाला है हमें उसकी तैयारी करनी चाहिए। लोग कोरोना के दूसरी और तीसरी लहर के लिए भी चीन को दोष दे रहे हैं। ये तो पहले वाले वायरस का ही म्युटेंट है। किसी को दोष देने से कोई समाधान नहीं निकालता है।
पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 240842 नए मामले सामने आए। साथ ही करीब 3741 लोगों की मौत इस महामारी की वजह से हो गई। वहीं इस अवधि में 355102 लोग ठीक भी हुए। पिछले 24 घंटे के आंकड़े सामने आने के बाद देश में अभी भी करीब 29 लाख मामले उपचाराधीन हैं। अभी तक कुल 2,99,266 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो चुकी है।

