भारतीय पुलिस सेवा (IPS)2008 बैच के अधिकारी अब्दुल जब्बार को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को खत्म करने वाले ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि एक खुफिया इनपुट पर तत्कालीन एसएसपी अनंतनाग अब्दुल जबर ने पुलिसकर्मियों की उस टीम का नेतृत्व किया था जिसने 8 जुलाई 2016 को कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर बॉय बुरहान बानी का एनकाउंटर किया था।
7 महिनों तक हालात रहे थे बेकाबू: गौरतलब है कि इस एनकाउंटर के बाद कश्मीर घाटी में 7 महीने से अधिक समय तक राज्य में हालात बेहद गंभीर थे। राज्य के हालात देखते हुए उस समय के पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) नीतीश कुमार के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अब्दुल जब्बार को जम्मू-कश्मीर से बाहर भेज दिया गया था। इस दौरान अब्दुल जब्बार बिहार के औरंगाबाद के हाजीपुर भेजा गया था।
पहले भी सम्मानित किया गया है: बता दें कि यह एनकाउंटर 2016 में किया गया था लेकिन इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात अधिकारी को कुछ साल बाद सम्मानित किया गया। जब्बार को यह पुरस्कार पिछले साल ही मिलने वाला था लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया था। राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाला यह मेडल पुलिस के लिए सर्वोच मेडल माना जाता है।
सीआरपीएफ को 75 मेडल दिया जाएगा: जम्मू और कश्मीर पुलिस के तीन और सीआरपीएफ से एक सहित चार पुलिसकर्मी को इस साल राष्ट्रपति द्वारा पुलिस वीरता पदक दिया जाएगा। तीन अलग-अलग श्रेणियों में कुल 1,040 पुलिस कर्मियों को पुलिस मेडल दिया जाएगा। साथ ही विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। कुल 286 पुलिस पदक में से जम्मू कश्मीर के 108 मेडल , सीआरपीएफ को 75 मेडल और झारखंड पुलिस को 33 मेडल प्रदान किए गए हैं।