आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज शुक्रवार को अहम फैसला सुनाने जा रहा है। यह फैसला स्पष्ट कर देगा कि पशु प्रेमियों को राहत मिलने वाली है या फिर आवारा कुत्तों को शेल्टर होम्स में जाना होगा। जस्टिस विक्रम नाथ, संदीप मेहता और एन वी अंजारिया की स्पेशल बेंच यह फैसला सुनाने जा रही है। इससे पहले 14 अगस्त को सुनवाई के बाद फैसले को सुरक्षित रख लिया गया था।

जानकारी के लिए बता दें कि 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सबसे पहले यह फैसला दिया था कि आवारा कुत्तों को स्थायी रूप से शेल्टर होम में रखा जाएगा। लेकिन उस एक फैसले के खिलाफ पशु प्रेमियों ने कई याचिकाएं दायर कीं, तर्क दिया गया कि यह फैसला आवारा कुत्तों के प्रति क्रूरता है, सोशल मीडिया पर भी मुहिम छेड़ दी गईं। इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट की दूसरी बेंच ने इस मुद्दे पर फिर सुनवाई की और अब आज शुक्रवार को अहम फैसला सुनाया जाएगा।

अपने पहले आदेश में शीर्ष अदालत ने कुत्तों के काटने और रेबीज की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा था कि आठ हफ्तों के भीतर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सड़कों से सभी आवारा कुत्तों को हटाया जाए और उन्हें कुत्तों के लिए बने आश्रय गृहों में रखा जाए। 

वैसे सरकार ने इसी साल एक अप्रैल को लोकसभा में बताया था कि पिछले वर्ष देश भर में कुत्तों के काटने के करीब सैंतीस लाख पंद्रह हजार मामले सामने आए थे। अकेले दिल्ली में पिछले वर्ष रेबीज से चौवन मौतें दर्ज की गई थीं। देश भर में रेबीज से हर वर्ष अठारह से बीस हजार मौतें होती हैं। 

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