दिल्ली में नई सरकार बन गई है। बीजेपी की रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनी हैं। रेखा गुप्ता को दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद संभाले हुए 5 दिन हो गए हैं। उन्होंने पांच बड़े फैसले भी ले लिए हैं। चाहे यमुना की सफाई का मुद्दा हो या फिर टूटी सड़कों का मुद्दा हो, इन सब पर सरकार ने काम शुरू कर दिया है। आईए जानते हैं रेखा गुप्ता सरकार के 5 दिन में 5 बड़े फैसले।

युद्धस्तर पर शुरू हुई यमुना की सफाई

दिल्ली में यमुना की सफाई एक बड़ा मुद्दा था। नई सरकार का गठन होते ही रेखा गुप्ता अपने सभी मंत्रियों के साथ यमुना आरती में शामिल होने के लिए पहुंची थी। नतीजों के आने के बाद ही LG के आदेश पर यमुना की सफाई शुरू हो गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद यमुना की सफाई का वादा किया था और कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय भी इसकी निगरानी कर रहा है।

दिल्ली सरकार में मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि पवित्र यमुना के लिए हम वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि यमुना का पानी इतना प्रदूषित है कि इसमें नहाने से बीमार होने का खतरा है। पिछले 10 सालों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने कोई काम नहीं किया। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन चौधरी भी सफाई का निरीक्षण करने आईटीओ छठ घाट पहुंचे थे। मशीनों से कूड़ा कचरा को हटाया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने 3 साल के लिए मास्टर प्लान रेडी किया है और इसके अंदर यमुना को साफ करने का लक्ष्य है।

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11 हजार इलेक्ट्रिक बसों को परिवहन बेड़े में किया जाएगा शामिल

दिल्ली में ट्रांसपोर्ट भी बड़ा मुद्दा था। वहीं दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री पंकज सिंह ने कहा है कि अगले डेढ़ साल में सार्वजनिक परिवहन बस बेड़े में 11000 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीएनजी बसों के बेड़े में से 50 फीसदी बसों को हटा दिया गया है। जबकि बची हुई बसों को भी अगले कुछ महीनो में सेवा से बाहर कर दिया जाएगा। महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा जारी रहेगी।

मोहल्ला क्लीनिकों की जांच के आदेश

दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिकों को लेकर भी बड़ा फैसला लिया गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने मोहल्ला क्लीनिकों की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव को निर्देश दिया है कि मोहल्ला क्लीनिकों को लेकर एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करें। उन्होंने कहा कि कितने मोहल्ला क्लीनिक चल रहे हैं? कितने दिल्ली सरकार की जमीन पर बने, कितने किराए पर चल रहे हैं? क्या डॉक्टर आकर काम करते हैं? बिल कैसे बनाए जाते हैं? इन सब की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है 30 से 40 फीसदी मोहल्ला क्लीनिक जनता के लिए नहीं खुलते। अगर कोई खामियां या भ्रष्टाचार मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी।

सड़कों का होगा कालाकल्प

चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली में टूटी सड़कों का मुद्दा भी काफी उठा था। पीडब्ल्यूडी विभाग की जिम्मेदारी प्रवेश वर्मा को मिली है। प्रवेश वर्मा अपने काम में जुट गए हैं। शनिवार को प्रवेश वर्मा दिल्ली की सड़कों पर उतरे और मूलचंद से लेकर सराय काले खां तक सड़कों की स्थिति का जायजा लिया। दिल्ली सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के एक्शन प्लान पर भी काम कर रही है। प्रवेश वर्मा ने बारापुला एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। यह प्रोजेक्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मयूर विहार को सराय काले खां से जोड़ता है।

CAG रिपोर्ट्स को किया जाएगा पेश

जब दिल्ली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई, उसमें CAG रिपोर्ट्स को लेकर बड़ा फैसला किया गया। रेखा गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि CAG की 14 रिपोर्ट्स को पेश नहीं किया गया है। इसे हम विधानसभा में पेश करेंगे। 24 फरवरी से दिल्ली का विशेष विधानसभा सत्र भी शुरू हुआ है। इसी सत्र में सभी रिपोर्ट्स को पेश किया जाएगा।