सीबीआई ने 5 ले. कर्नल समेत सेना के 17 अफसरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। एजेंसी ने इनके अलावा 6 सिविलियन लोगों को भी नामजद किया है। आरोप है कि इन लोगों ने रिश्वत लेकर सेना की भर्ती में धांधली की। सभी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। एजेंसी ने इस मामले में देश भर में 30 जगहों पर रेड भी की। सोमवार को की कार्रवाई में सीबीआई के हाथ क्या लगा, यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। एजेंसी ताबड़तोड़ छापे मार रही है।

सेना के जिन अफसरों पर केस दर्ज किया गया, उनमें एयर डिफेंस कार्प्स के ले. कर्नल एमवीएसएनए भगवान, सर्विस सिलेक्शन सेंटर कपूरथला के ले,. कर्नल सुरेंद्र सिंह, 6 माउंटेन डिवीजन आर्डिनेंस यूनिट बरेली के ले. कर्नल वाईएस चौहान, डीजी रिक्रूटिंग नई दिल्ली के ज्वाइंट डायरेक्टर ले. कर्नल सुखदेव अरोड़ा, बेंगलुरु स्थित सिलेक्शन सेंटर साउथ के ग्रुप टेस्टिंग अफसर ले. कर्नल विनय और सिलेक्शन सेंटर कपूरथला ग्रुप टेस्टिंग अफसर कर्नल भावेश कुमार के नाम शामिल हैं।

एजेंसी का कहना है कि ले. कर्नल एमवीएसएनए भगवान रैकेट का मास्टरमाइंड है। सीबीआई का कहना है कि इस मामले में सेना के कई जूनियर अफसरों समेत आरोपियों के रिश्तेदार भी निशाने पर हैं। एजेंसी ने जिन जगहों पर रेड की उनमें बेस हॉस्पीटल केंटोनमेंट के साथ सेना के कई अन्य परिसर शामिल हैं। सिविलियन इलाकों में 13 जगहों पर छापे मारे गए हैं। इनमें कपूरथला, भटिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापत्तनम, जयपुर, गुवाहाटी, जोरहट और चिंरागो शामिल हैं। इन जगहों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। सीबीआई के प्रवक्ता का कहना है कि बरामद की गई चीजों की बारीकी से पड़ताल की जा रही है।

एजेंसी ने यह मामला विजिलेंस के ब्रिगेडियर वीके पुरोहित की शिकायत पर दर्ज किया। 28 फरवरी 2021 को एक शिकायत मिली थी, जिसमें कहा गया था कि सेना के कई अफसर भर्ती घोटाले में शामिल हैं। ये लोग टेंपरेरी तौर पर रिजेक्ट किए गए कैंडिडेट्स का बेस हॉस्पीटल दिल्ली से मेडिकल क्लीयर करने के नाम पर पैसा बना रहे हैं। नायब सूबेदार कुलदीप सिंह SSB सेंटर पर जाकर कैंडिडेट्स को अपने जाल में फंसाकर पैसा उगाहता था। ले, कर्नल भगवान फिलहाल स्टडी लीव पर हैं।

सेना का कहना है कि करप्शन को लेकर उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति है। यह मामला बहुत बड़े पैमाने पर फैला है। इसी वजह से मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। पुरोहित की शिकायत के मुताबिक, नायब सूबेदार कुलदीप सिंह ने ले. कर्नल भगवान को SSB एग्जाम में हेरफेर करने को उकसाया था। कुलदीप ने हवलदार पवन कुमार से पैसे उगाहे थे। पवन अपने बेटे को सर्विस सिलेक्शन बोर्ड में लाना चाहता था। पहले सेना ने अपने स्तर पर इसकी जांच की। इसमें पैसे की लेनदेन के साथ एक वीडियो भी हाथ लगे जिसमें साफ दिख रहा है कि रकम कैसे एक हाथ से दूसरे हाथ में गई। भगवान ने ले. नवजोत से 10 लाख रुपए लिए।

एफआईआर के मुताबिक, ले. कर्नल सुरेंद्र ने 10-15 कैंडिडेट्स से भर्ती के नाम पर पैसे लिए। उसने अपने रिश्तेदार भूपेंद्र बजाज के जरिए पैसे उगाहे। बजाज दिल्ली के प. विहार में रहता है। मेजर भावेश ने भी 10-11 कैंडिडेट्स से पैसे लिए थे। ले. कर्नल विनय पर आरोप है कि उसने कुछ भर्तियों के लिए ले. कर्नल सुरेंद्र सिंह से संपर्क साधा था। जबकि सुरेंद्र से पूछताछ के दौरान ले. कर्नल चौहान और ले. कर्नल अरोड़ा के नाम सामने आए। शिकायत के अनुसार अमित फगना के साथ छह और अफसरों के नाम इस भर्ती घोटाले में सामने आए हैं। इन सभी ने रिजेक्ट किए गए कैंडिडेट्स का मेडिकल क्लीयर कराने के लिए रिश्वत ली थी।