डॉक्यूमेंट्री फीचर ‘अमंग द बिलीवर्स’ की निर्देशक हेमल त्रिवेदी ने कहा कि फिल्म की रिलीज के बाद उन्हें और फिल्म से जुड़े दूसरे लोगों को जान से मारने की धमकियां मिलीं। ‘अमंग द बिलीवर्स’ मौलाना अब्दुल अजीज गाजी और पाकिस्तान के लाल मस्जिद में उसकी गतिविधियों पर आधारित है।
पाकिस्तानी फिल्मकार मोहम्मद नकवी के सह निर्देशन में बनी डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग पाकिस्तान में हुई और इसमें लाल मस्जिद और उससे लगे जामिया हफ्सा मदरसे का संचालन करने वाले गाजी की चरमपंथी व आतंकी गतिविधियों को दर्शाया गया है। गाजी व उसके भाई अब्दुल राशिद और पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों के बीच लगातार बनी टकराव की स्थिति के बाद सरकार ने आखिरकार इसका जवाब 2007 में एक सैन्य अभियान से दिया जिसमें कई जानें गईं।
डॉक्यूमेंट्री का ट्रिबेका फिल्म महोत्सव में प्रीमियर किया गया था और यह कई फिल्म महोत्सवों में दिखाई गई। यहां चल रहे भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में फिल्म की स्क्रीनिंग की गई। हेमल ने महोत्सव से इतर एक बातचीत में कहा कि प्रीमियर के बाद फिल्म को अपने विषय के कारण काफी चर्चाएं मिली। इसके बाद हमें जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गई जिसकी वजह से हमें कुछ समय के लिए रुकना पड़ा और फिल्म का वितरण चार से पांच महीने के लिए रोकना पड़ा। हेमल ने कहा कि हमें स्थिति से निपटने के संभावित तरीकों के बारे में सोचना पड़ा। आखिरकार हमने दुनिया भर के नौ महोत्सवों में फिल्म दिखाई।
यह डॉक्यूमेंट्री मदरसे की पढ़ाई छोड़कर एक नियमित स्कूल में दाखिला लेने वाली 12 साल की एक लड़की की कहानी है जो डॉक्टर बनना चाहती है। इसमें मदरसे में रहने वाले 12 साल के एक लड़के का अनुभव भी बयां किया गया है। फिल्म दोनों की जिंदगी के तीन सालों और उनकी शिक्षा ने दुनिया के प्रति उनकी सोच को जिस तरह बदला, उसकी कहानी है।
हेमल ने माना कि उनकी फिल्म का विषय विवादास्पद है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इसे इस्लाम पर किसी टिप्पणी के तौर पर नहीं देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने 26/11 मुंबई हमले के बाद फिल्म बनाने के बारे में सोचा। हेमल ने कहा कि गहन अध्ययन के बाद मुझे महसूस हुआ कि आम पाकिस्तानी गुनहगार होने की बजाए खुद इसके (आतंकवाद) पीड़ित हैं। मुंबई में हमले करने वाले चरमपंथी तत्त्व रोज ही अपने खुद के लोगों को आतंकित कर रहे हैं और देश का अस्तित्व दांव पर है। उन्होंने बताया कि मैंने 2009 में पाकिस्तान में इसकी शूटिंग शुरू की थी।
