रिजर्व बैंक जल्द ही 100 रुपए का वार्निश करेंसी नोट बाजार में उतारने वाला है। बता दें कि वार्निश करेंसी नोटों की उम्र लंबी होती है और वह जल्दी गंदे भी नहीं होते हैं। हालांकि अभी रिजर्व बैंक 100 रुपए के वार्निश नोट ट्रायल के तौर पर जारी करेगा और सफल रहने पर इन्हें आगे भी जारी रखा जा सकता है। रिजर्व बैंक ने अपनी 2018-19 की सालाना रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है।
अपनी सालाना रिपोर्ट में आरबीआई ने बताया है कि अन्तरराष्ट्रीय अनुभव बताता है कि वार्निश नोटों की उम्र लंबी होती है और ऐसे नोट जल्दी गंदे नहीं होते हैं। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक को हर साल अरबों रुपए कटे-फटे और गंदे नोटों बदलने पड़ते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में केन्द्रीय बैंक का भारी खर्च होता है। ऐसे में वार्निश नोटों के चलन में आने से रिजर्व बैंक को इस खर्च से भी राहत मिलने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई ने 1 जुलाई, 2018 से लेकर 30 जून 2019 के बीच नोटों की छपाई की सिक्योरिटी पर 4,811 करोड़ रुपए खर्च किए। वहीं बीते साल यह खर्च 4,912 करोड़ रुपए था। इसके साथ ही रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि 10 और 100 रुपए के नोट कुल सर्कुलेशन के 47.2% हैं, जो कि बीते साल के 51.6% के मुकाबले कम है। अपनी रिपोर्ट में रिजर्व बैंक ने ये भी बताया है कि वह ऐसी तकनीक लाने वाले हैं, जिसकी मदद से दृष्टिबाधित लोग भी नोट की पहचान कर सकेंगे।
आरबीआई के अनुसार, साल 2018-19 के दौरान बाजार में सर्कुलेट नोटों की कीमत और संख्या में 17 % की बढ़ोत्तरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, बाजार में मौजूदा वक्त में 10,875.9 करोड़ पीस नोट सर्कुलेशन में हैं, जिनकी कीमत 21.1 लाख करोड़ रुपए है। मार्च, 2018 तक बाजार में 500 और 2000 के करेंसी नोट का सर्कुलेशन 80.2% था, जो कि मार्च, 2019 को बढ़कर 82.2% हो गया है। वहीं 500 के नोट के चलन में भी इजाफा हुआ है और यह 42.9% से बढ़कर 51% हो गया है।