पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, रवनीत सिंह बिट्टू  ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। पंजाब के ही पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू भी राजनीति के एक बड़े खिलाड़ी माने जाते हैं, पंजाब में तो कांग्रेस के हाथ को उन्होंने भी मजबूत करने का काम किया था। लेकिन अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है।

अब ये कांग्रेस के लिए इतना बड़ा झटका इसलिए है क्योंकि रवनीत तीन बार के सांसद हैं। लुधियाना सीट से तो वे मोदी लहर में भी प्रचंड जीत हासिल कर चुके हैं। बात चाहे 2014 के लोकसभा चुनाव की हो या फिर 19 के चुनाव की, दोनों बार ही लुधियाना सीट पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की गई। इसके अलावा 2011 में एक समय ऐसा भी आया था जब कुछ वक्त के लिए रवनीत लोकसभा में कांग्रेस का नेता भी हुआ करते थे। तब अधीर रंजन चौधरी बंगाल चुनाव में व्यस्त थे, ऐसे में उन्होंने उनकी जगह वो भूमिका निभाई थी। लेकिन अब इतना बड़ा नेता बीजेपी की तरफ से बैटिंग करने जा रहा है।

अब बीजेपी के लिए रवनीत सिंह बिट्टू जरूरी इसलिए बन जाते हैं क्योंकि लुधियाना में अभी तक पार्टी का प्रदर्शन बिल्कुल ही निराशाजनक रहा है। हालात ऐसे हैं कि पार्टी टॉप 3 में भी जगह नहीं बना पाती है। 2014 में जब बीजेपी ने अकाली दल के साथ गठबंधन कर रखा था, उनका संयुक्त प्रत्याशी भी तीसरे पायदान पर रहा था। ये बताने के लिए काफी है कि लुधियाना में बीजेपी के पास ना तो ऐसा कोई चेहरा था और ना ही कोई इतना सॉलिड समीकरण कि वो इस सीट पर खेल कर सकती।

लेकिन अब लुधियाना में असल खेल करने वाले रवनीत सिंह बिट्टू का बीजेपी में आना काफी कुछ बदल सकता है। जनता को कांग्रेस से ज्यादा उनके चेहरे पर भरोसा है, ऐसे में बीजेपी भी उसी लोकप्रियता के जरिए इस सीट पर कुछ बड़ा करिश्मा कर सकती है।