देश में गैस सिलिंडर की कीमत वर्ष 2018 में तेजी से बढ़ी है। अप्रैल माह में इसकी कीमत 649 रुपये थी, वहीं, अक्टूबर में यह कीमत बढ़कर 875 रुपये तक पहुंच चुकी है। यानी छह महीने में 226 रुपए महंगा हुआ है एलपीजी का एक सिलेंडर। हालांकि, इसके साथ सब्सिडी की रकम भी बढ़ी है। अप्रैल में 161 रुपए की सब्‍सिडी मिलती थी, जो अक्‍टूबर में 379 रुपए हो गई। यानी, 218 रुपए ज्‍यादा। इस तरह देखा जाए तो छह महीने में सिलेंडर की कीमत में प्रभावी वृद्धि आठ रुपए की ही नजर आती है। इसके बावजूद बड़ी संख्‍या में ग्राहकों के लिए यह परेशानी का सबब है। इसकी वजह है सब्‍सिडी का खातों में आना और आने की प्रकिया में गड़बड़ी होना।

एक तो लोगों को सिलेंडर खरीदते समय अप्रैल की तुलना में अक्‍टूबर में 226 रुपए ज्‍यादा देने पड़ रहे हैं। दूसरा, कई लोगों के खाते में सब्‍सिडी की रकम पहुंच नहीं रही है। ऑटोमैटिक सिस्टम के चक्कर में यह राशि कभी उपभोक्ताओं के खाते में पहुंच रही है तो कभी नहीं पहुंच रही।उत्तर प्रदेश के नोएडा में कई रसोई गैस उपभोक्ताओं ने मीडिया से अपनी यह परेशानी साझा की है। उनका कहना है कि अचानक अकाउंट  इनैैक्टिव हो रहा है और इस वजह से सब्सिडी राशि नहीं मिल पाती। सबसे ज्यादा परेशानी उन उपभोक्ताओं को हो रही है, जिनसे गैस बुक करते वक्त गलती से जीरो बटन दब जा रहा है। ऑटोमैटिक आईवीआरएस सिस्टम के चक्कर में सब्सिडी गिव इट अप होकर सरकार के खाते में चली जा रही है। ऐसा होने पर उपभोक्ताओं की साल भर की सब्सिडी समाप्त हो जाती है।

गैस एजेंसी वाले भी मानते हैं कि आईवीआरएस के चक्कर में लोगों से गलत बटन दब जाता है। कभी अचानक से उपभोक्ताओं का अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है, जबकि पता करने पर बैंक वाले कहते हैं कि खाते के साथ किसी तरह की समस्या नहीं है।

गौर हो कि अप्रैल माह में एलपीजी सिलिंडर का दाम 649 रुपये था, वहीं सब्सिडी 161 रुपये थी। इसी तरह मई माह में सिलिंडर का दाम 646 रुपये सब्सिडी 159 रुपये, जून माह में सिलिंडर का दाम 694 रुपये सब्सिडी 204 रुपये, जुलाई में सिलिंडर का दाम 752 रुपये सब्सिडी 259 रुपये, अगस्त में सिलिंडर का दाम 787 रुपये सब्सिडी 293 रुपये, सितंबर माह में सिलिंडर का दाम 818 रुपये और सब्सिडी 322 रुपये और अक्टूबर माह में सिलिंडर का दाम 875 रुपये व सब्सिडी 379 रुपये है।

बता दें कि गैस सिलिंडर से संबंधित गड़बड़ी का यह पहला मामला नहीं है। कुछ दिनों पहले बिहार के भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए उज्ज्वला योजना के तहत दी जाने वाली रसोई गैस सिलिंडर की कालाबाजारी से संबंधित एक मामला सामने आया था। कालाबाजारी का आरोप भाजपा के एक स्थानीय नेता और पूर्व वार्ड पार्षद संतोष कुमार पर लगा था। इसके आवास से 37 भरे हुए गैस सिलिंडर भी बरामद किए गए थे।