रेप जैसे जघन्य अपराध को लेकर कांग्रेस एक वरिष्ठ महिला लीडर ने आपत्तिजनक बयान दिया है। इसको लेकर विवाद गहरा सकता है। कांग्रेस की महिला नेता रेणुका चौधरी ने बुलंदशहर में हुए गैंगरेप मामले में कहा- “रेप तो चलते ही रहते हैं (रेप इज कॉमन)।” उनके इस बयान ने यूपी चुनाव की सरगर्मियों के बीच विरोधियों को हमला बोलने का मौका दे दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि क्या देर से पुलिस कार्रवाई होने के बाद भी उनकी पीठ थपथपाई जानी चाहिए।
एएनआई की ओर से बुलंदशहर गैंगरेप मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया मांगी गई थी। इस पर रेणुका चौधरी ने कहा, ‘पुलिस जांच या फिर किसी और वजह से- इस मामले में बहुत देर से एक्शन लिया गया।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस स्थिति से तंग आ गए हैं, जहां देखो, जिसको देखो रेप को लेकर ही बात कर रहा है। सुबह उठते ही रेप। “रेप तो चलते ही रहते हैं (रेप इज कॉमन)”। उन्होंने कहा कि किसी को 10-20 दिन बाद गिरफ्तार करके क्या पीठ थपथपाई जानी चाहिए। पीठ तब थपथपाई जानी चाहिए जब ऐसा दोबारा न हो।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार रात को बुलंदशहर में महिला और उसकी बेटी से गैंगरेप के मामले में मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करने की पुष्टि की है। गौरतलब है कि इससे पहले यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने इस मामले में आपत्तिजनक बयान दिया। जिस पर बवाल मचने के बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी थी। आजम ने इस जघन्य वारदात को ‘राजनैतिक साजिश’ करार दिया था। मां-बेटी के बर्बर गैंगरेप से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि चुनाव नजदीक हैं और बेचैन विपक्षी दल सरकार को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं। आजम खान ने कहा, ”हमें इस बात की भी जांच करनी चाहिए कि कहीं यह पूरा विवाद किसी विपक्षी तत्व ने सरकार को बदनाम करने के लिए तो नहीं पैदा किया है। जो लोग सत्ता हासिल करना चाहते हैं, वे राजनैतिक फायदे के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं।”