बाबा रामदेव और एलोपैथी के बीच जारी विवाद कम नहीं हो रहा है। योगगुरु रामदेव ने एक बार फिर से एलोपैथिक इलाज और डॉक्टर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने डॉक्टरों का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें जो सिलेबस पढ़ाया जाता है, वह ड्रग माफियाओं द्वारा तैयार किया जाता है।
गाजियाबाद के मोदीनगर के पास सीकरी कलां में पतंजलि योगपीठ केंद्र के उद्धाटन के अवसर पर बाबा रामदेव ने कहा कि ये जिसे एविडेंस बेस्ड मेडिसिन (रिसर्च पेपर) कहते हैं वह ड्रग माफियाओं द्वारा तैयार किया जाता है। सच्चाई यह है कि यह ड्रग इंडस्ट्री का सिलेबस है। रामदेव ने कहा अस्थमा, शुगर, अर्थराइटिस क्योर होता है। लेकिन मैं जब भी यह बात कहता हूं तो लोग मुझ पर गुर्राते हैं।
गौरतलब है कि स्वामी रामदेव ने कहा था कि एलोपैथिक दवाएं खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है। उन्होंने एलोपैथी को ‘स्टुपिड और दिवालिया सांइस’ कहा था। इसके कुछ ही दिन बाद बाबा रामदेव क़ी तरफ से एक के बाद एक कई बयान एलोपैथी के विरोध में सामने आए थे।
एक वीडिया सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसमें वो कहते हुए सुने गए थे कि एलोपैथी ऐसी बेकार साइंस है कि पहले इनकी हाईड्रोऑक्सीक्लोरोक्विन फेल हो गई। फिर रेमडेसिविर फेल हो गई। फिर एंटीबायोटिक्स इनके फेल हो गए, स्टेरॉयड फेल हो गए। प्लाज्मा थेरेपी के ऊपर भी कल बैन लग गया।
उनके बयानों के बाद नाराज डॉक्टरों ने रामदेव और पतंजलि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था। सोशल मीडिया पर भी रामदेव के खिलाफ मुहिम चली थी। सोशल मीडिया यूजर्स ने रामदेव की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हजारों की संख्या में पोस्ट लिखे थे। मामला अदालत में पहुंच गया था। डॉक्टरों की तरफ से प्रदर्शन कर के रामदेव की गिरफ्तारी की मांग की गयी थी। जिसके बाद रामदेव ने कहा था कि ‘गिरफ्तार तो उनका बाप भी नहीं कर सकता है’।