श में रविवार (10 अप्रैल, 2022) को राम नवमी (Ram Navami) के मौके पर जहां एक ओर जश्न का माहौल था, वहीं दूसरी तरफ कुछ सूबों में इससे जुड़े आयोजनों के रंग में भंग पड़ा। आलम यह रहा कि चार राज्यों (गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड) में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई। बीजेपी शासित गुजरात में इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि मध्य प्रदेश में तीन इलाकों में हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा। हालांकि, म.प्र में सरकार में सरकार-पुलिस ने तेजी दिखाई और हिंसा के अगले दिन 77 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। सीएम शिवराज ने कहा कि दंगाई चिह्नित कर लिए गए हैं और नुकसान की भरपाई भी उन्हीं से की जाएगी। इस बीच, खरगोन में हिंसा करने वालों पर बुल्डोजर भी चला। बताया गया कि मोहन टाकीज के मुस्लिम बहुल इलाके में पुलिस ने आरोपियों के घरों पर बुल्डोजर चला कर कार्रवाई की।

साबरकांठा में मौके से मिला एक बुजुर्ग का शवः समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुजरात के आनंद जिला के खांबट और साबरकांठा जिला के हिम्मतनगर में सांप्रदायिक झड़प हुईं। पुलिस के अनुसार, खंबट में 65 साल के एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मौके (जहां जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी) से बरामद हुई। वहीं, साबरकांठा में हिंसा के अगले दिन पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। एसपी विशाल वघेला ने कहा, “जन संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से जुड़ी तीन शिकायतें मिलीं हैं। दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।”

बंगाल में जुलूस में लोग तलवारें लहराते दिखे: पश्चिम बंगाल में भाजपा के रामनवमी जुलूस के जवाब में सत्तारूढ़ प्रतिद्वंद्वी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने देवी बसंती की पूजा का आयोजन कराया। दिलीप घोष समेत कई भाजपा नेताओं ने सूबे के विभिन्न हिस्सों में निकाले गए जुलूस में हिस्सा लिया। वहीं, कोलकाता से थोड़ी ही दूरी पर बैरकपुर में दो जुलूस में लोग तलवारें लहराते देखे गए। हालांकि, प्रशासन ने जुलूस में हथियारों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया था। उधर, हावड़ा के शिवपुर में झपड़ के बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जुलूस निकालने वालों पर वॉटर कैनन का यूज किया।

खरगोन में 10 घर जले, बड़वानी में भी हिंसाः खरगोन डीएम अनुग्रह पी ने कहा कि पूरे शहर में कर्फ्यू लगा है, जबकि एक अन्य अफसर ने बताया कि वहां पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को हिंसा में गोली (पैर में) लगी। एसपी के अनुसार, वहां कम से कम 10 घर जला दिए गए। डीआईजी बोले, “हिंसा में छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 24 लोग घायल हुए।” वहीं, बड़वानी में सेंधवा थाना प्रभारी बलदेव सिंह मुजाल्दे और पांच अन्य जोगवाड़ा रोड पर जुलूस पर पथराव में जख्मी हुए गए।

दंगाई चिन्हित, करेंगे नुकसान की वसूली- सीएमः इस बीच, सीएम शिवराज ने कहा- खरगोन की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मप्र में दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है। वे चिन्हित कर लिए गए हैं, जिन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। सूबे में हमने लोक और निजी संपत्ति को नुकसान का निवारण एवं नुकसानी की वसूली विधेयक पारित किया है। दंगाइयों को दण्डित तो किया ही जाएगा। साथ ही नुकसान की वसूली भी उनसे की जाएगी। राज्य सरकार इस हेतु क्लेम ट्रिब्यूनल का गठन कर रही है।

मंत्री ने बताया- 77 लोग किए अरेस्टः वहीं, कबीना मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया, “फिलहाल 77 लोग गिरफ़्तार हुए। एसपी के पैर में छर्रे लगे, उसे हम गोली भी कह सकते हैं। वे घायल हुए हैं। हमारे पुलिस के छह जवान भी घायल हुए। हम किसी को भी राज्य के अंदर माहौल नहीं बिगाड़ने देंगे।

झारखंड में भी बिगड़ गया माहौल: सूबे के लोहरदगा में रामनवमी जुलूस के दौरान पत्थरबाजी हुई थी, जिसमें कई लोग जख्मी हुई। इनमें तीन गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। वहां भी शांति बनाए रखने के लिए पुलिस की तैनाती की गई है। बोकारा में भी पथराव हुआ था। बताया गया कि वहां 18 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। हिरही गांव में तनाव के मद्देनजर धारा 144 लाग दी गई।

JNU झड़प में ABVP सदस्यों पर FIR: नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विवि (जेएनयू) छात्र संघ (जेएनयूएसयू) और राष्ट्रीय स्यवंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में कैंपस ‘मेस’ में रामनवमी पर नॉन-वेज (मांसाहारी) खाना परोसने पर झड़प में पुलिस ने सोमवार को एबीवीपी के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 341, 509, 506 और 34 के तहत केस फाइल किया है।