राम मंदिर निर्माण को लेकर गठित की गई श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक आगामी 19 फरवरी को आयोजित होगी। यह बैठक दिल्ली में आयोजित होगी। इस बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष का चुनाव होगा। इस बैठक में मंदिर निर्माण की तारीख का ऐलान होने की संभावना जतायी जा रही है।
ट्रस्ट में पांच सदस्यों की जगह अभी भी खाली है। पहली बैठक में इन सदस्यों के चयन को लेकर फैसला हो सकता है। संतों में इस बात की नाराजगी भी है कि ट्रस्ट में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े किसी चेहरे को जगह नहीं दी गई है।
बता दें कि बीती 5 फरवरी को सरकार ने राम मंदिर ट्रस्ट के गठन का ऐलान किया था। जिसमें 15 सदस्यों को शामिल किया गया है। ट्रस्ट का ट्रस्टी वरिष्ठ वकील के पारासरन को बनाया गया है। के पारासरन ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान राम मंदिर का पक्ष रखा था।
के पारासरन के अलावा ट्रस्ट में परमानंद जी महाराज, कामेश्वर चौपाल, ज्योतिर्मण शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरी, स्वामी गोविंददेव गिरि और पेजावर पीठाधीश स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ, माधवाचार्य स्वामी, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा, डॉक्टर अनिल मिश्र, बोर्ड ऑफ ट्रस्टी से नामित दो सदस्य, अयोध्या के डीएम, केन्द्र सरकार के प्रतिनिधि, राज्य के प्रतिनिधि और ट्रस्टी द्वारा नामित एक चेयरमैन शामिल हैं।
राम मंदिर ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगी।
ट्रस्ट में विश्व हिंदू परिषद के किसी भी सदस्य को जगह नहीं मिली है। वहीं निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास को भी ट्रस्ट में जगह मिली है, जो कि अयोध्या से ट्रस्ट में शामिल किए जाने वाले एकमात्र संत हैं।
राम मंदिर ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास का नाम शामिल नहीं किया गया है, जिसे लेकर विरोध के स्वर भी उठे हैं। श्री राम जन्मभूमि न्यास का कहना है कि गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। चर्चाएं हैं कि उन्हें ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
राम मंदिर निर्माण के लिए दान भी आना शुरू हो गया है। पटना के महावीर मंदिर न्यास बोर्ड ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा हुई है। शनिवार को इसकी पहली किश्त के रूप में 2 करोड़ रुपए का चेक राम मंदिर ट्रस्ट को मिल भी गया है।