राम मंदिर (Ram Mandir) प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अब बेहद कम समय बचा है। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए जहां अयोध्या में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है तो वहीं पूरे देश के लोगों को इस उत्सव में शामिल करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र विशेष प्रयास कर रहा है। ट्रस्ट से जुड़े लोग आम लोगों को आमंत्रित करने के लिए अक्षत के साथ न्योता लेकर उनके घर पहुंच रहे हैं। आइए आपको बताते हैं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जुड़े आमंत्रण पत्र में क्या लिखा है।
आमंत्रण की शुरुआत ‘ॐ’ से होती। इसके नीचे लिखा है ‘विश्व के रामभक्तों से निवेदन’ । आमंत्रण पत्र में आगे लिखा है, “माताओं, बहनों एवं भाइयों, आगामी पौष शुक्ल, द्धादशी, विक्रम संवत् 2080, सोमवार (दिनांक 22 जनवरी, 2024) के शुभदिन, प्रभू श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह को, श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नवीन मंदिर भूतल के गर्भगृह में विराजित करके प्राण – प्रतिष्ठा की जायेगी।”
क्या का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का टाइम?
आमंत्रण पत्र में लिखा है, “इस अवसर पर अयोध्या में अभूतपूर्व आनंद का वातावरण होगा। आप भी प्राण – प्रतिष्ठा के दिन (पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 1.00 बजे के मध्य) अपने ग्राम, मोहल्ले, कॉलोनी में स्थित किसी मंदिर के आस-पड़ोस के रामभक्तों को एकत्रित करके, भजन – कीर्तन करें, टेलीविजन अथवा कोई कोई पर्दा (I.E.D , स्क्रीन) लगाकर अयोध्या का प्राण – प्रतिष्ठा समारोह समाज को दिखायें, शंखध्वनि, घंटानाद, आरती करें, प्रसाद वितरण करें।
‘विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप करने की अपील’
पत्र में आगे लोगों से निवेदन किया गया है, “कार्यक्रम का स्वरूप मंदिर (Ram Mandir) – केंन्द्रित रहें, अपने मंदिर में स्थित देवी – देवता का भजन – कीर्तन – आरती – पूजा तथा “श्रीराम जय राम जय जय राम” विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप करें। इसके साथ हनुमान चालीसा, सुंदरकाण्ड, रामरक्षा स्तोत्र आदि का सामूहिक पाठ भी कर सकते हैं। सभी देवी – देवता प्रसन्न होंगे, वातावरण सर्वत्र सात्विक एवं राममय हो जायेगा। प्राण -प्रतिष्ठा समारोह दूरदर्शन द्वारा सीधे प्रसारित किया जायेगा, अनेल चैनलों के माध्यम से भी प्रसारण किया जायेगा।”
शाम के समय दीपक जलाने का निवेदन
श्रीराम जन्मभूमित तीर्थक्षेत्र ने आमंत्रण पत्र में आगे लिखा है, “प्राण – प्रतिष्ठा के दिन सायंकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिए दीपक जलाएं एवं दीपमालिका सजायें, विश्व के करोड़ों घरों में दीपोत्सव मनाया जाये। आपसे निवेदन है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन के उपरान्त प्रभु श्रीरामलला तथा नवनिर्मित मंदिर (Ram Mandir) के दर्शन हेतु अपने अनुकूल समयानुसार अयोध्याजी में परिवार सहित पधारें। श्रीराम जी कृपा प्राप्त करें।”