राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर मंदिर ट्रस्ट ने कई सियासी पार्टियों को न्योता भेजा है। कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी को भी न्योता मिला है। ये सवाल अभी भी बकरार है कि कांग्रेस नेता राम मंदिर उद्घाटन में जाएंगे या नहीं? हालांकि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि उन्हें भी न्योता मिला है और उनके लिए यह राजनीतिक नहीं बल्कि धार्मिक मुद्दा है।
क्या बोले विक्रमादित्य सिंह?
हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हमें मंदिर ट्रस्ट और वीएचपी से निमंत्रण मिला है। यह हमारे लिए कोई राजनीतिक मामला नहीं बल्कि धार्मिक मामला है। मेरे पिता राम मंदिर आंदोलन के पक्ष में थे। हमारा हिमाचल प्रदेश हमेशा से ‘देव-संस्कृति’ से जुड़ा रहा है।”
कांग्रेस नेताओं को न्योता
इस कार्यक्रम के लिए राम मंदिर ट्रस्ट देश-भर के तमाम बड़े नेताओं और साधु संतों को निमंत्रण भेज रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उन्हें निमंत्रण भेजा है लेकिन कांग्रेस के इन वरिष्ठ नेताओं के समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि खरगे, गांधी और चौधरी को व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण भेजा गया है तथा पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह और एच डी देवेगौड़ा को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट से जुड़े लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने ये निमंत्रण दिए और आगामी दिनों में अन्य विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण भेजे जाने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष और ट्रस्ट के पदेन सदस्य नृपेंद्र मिश्रा, आरएसएस के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख राम लाल और वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने गांधी और खड़गे से मुलाकात की और उन्हें समारोह में आमंत्रित किया।