अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आठ दिवसीय रथ यात्रा और कलश यात्रा आयोजित करेगी। प्रदेश के सभी जिलों के गांवों और शहरी निकायों में 14 जनवरी से शुरू हो रहा है। राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट देशभर में अतिथियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहा है। करीब 7000 विशिष्ट व्यक्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेंगे जिसके लिए ट्रस्ट ने 6000 से अधिक निमंत्रण पत्र बांट दिए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि इन जुलूसों के साथ-साथ मंदिरों और मठों में राम कथा प्रवचन और रामायण के सुंदरकांड का निरंतर पाठ करने वाले भजन कीर्तन देश की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किए जाएंगे। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की ओर से सभी जिलों को इस संबंध में एक शासनादेश भेजा गया है, जिसमें यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं कि ये कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित हों।
कलश यात्रा में शामिल होंगी महिलाएं
आदेश में कहा गया है, ”विश्व प्रसिद्ध अमूर्त विरासत, वाल्मिकी की रामायण को सुनिश्चित करना और संरक्षित करना और इसके बारे में जानकारी फैलाना हमारी जिम्मेदारी है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण संस्कृति, आदर्श और परंपरा की स्थापना की दिशा में एक कदम है। महर्षि वाल्मिकी द्वारा लिखित रामायण श्री राम के जीवन पर आधारित एक विश्व प्रसिद्ध महाकाव्य है, जो उन मूल्यों को सिखाता है जो वर्तमान समय में महत्वपूर्ण हैं।
अधिकारियों ने बताया कि रथयात्रा में मुख्य रूप से पुरुष शामिल होंगे जबकि कलश यात्रा में महिलाएं शामिल होंगी। जानकारी के मुताबिक, इन आयोजनों के लिए मंदिरों (राम, हनुमान और वालिमिकी को समर्पित) का चयन संबंधित जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य संस्कृति विभाग ने एक वेब पोर्टल शुरू किया है, जहां उनके जीपीएस स्थानों और तीर्थ प्रबंधन के संपर्क विवरण के साथ कार्यक्रमों की तस्वीरें अपलोड की जाएंगी।
संस्कृति और सूचना विभाग के साथ रजिस्टर्ड कलाकार इन कार्यक्रमों में प्रदर्शन करेंगे, जिन्हें भुगतान जिला पर्यटन और सांस्कृतिक बोर्डों के माध्यम से किया जाएगा। इसके अलावा, इन गतिविधियों के आयोजन के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। अधिकारियों को रामोत्सव कार्यक्रमों के स्थानों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, जिसका समापन मंदिरों और अन्य स्थानों पर दीपक जलाने के साथ होगा।