कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि आस्था रखने वाले तो कभी भी अयोध्या जा सकते हैं। उनकी तरफ से ये बयान राम मंदिर कार्यक्रम में ना जाने को लेकर दिया गया है। असल में कांग्रेस को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता दिया गया था, लेकिन कुछ दिन पहले ही पार्टी ने उस कार्यक्रम में जाने से मना कर दिया। पार्टी का तर्क रहा कि ये बीजेपी-संघ का इवेंट है, ऐसे में इसमें नहीं जाया जाएगा।

जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस के अंदर पहले ही धर्मसंकट वाली स्थिति चल रही थी। इस बात की स्पष्टता नहीं थी कि राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल हुआ जाए या नहीं। लेकिन हाई लेवल मीटिंग के बाद फैसला लिया गया कि इस कार्यक्रम में नहीं जाया जाएगा। अब उसी फैसले का बचाव करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि अयोध्या तो कभी भी जाया जा सकता है, ये आस्था का विषय है। उनकी तरफ से इस बात पर भी जोर दिया गया है कि वे किसी की भी भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ये भी साफ कर दिया है कि बीजेपी द्वारा ही अलग-अलग थ्योरियों को जन्म दिया जा रहा है, वे जानबूएझकर इस मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं। खड़गे के मुताबिक जो भी राम भक्त है, वो कभी भी उनसे मिलने जा सकता है। वैसे कांग्रेस के दूसरे नेताओं ने भी इसी बात पर जोर दिया है, इसी तरह की बयानबाजी के जरिए अपने फैसले का बचाव किया जा रहा है।

वैसे जानकार मानते हैं कि कांग्रेस ने एक सोची-समझी रणनीति की वजह से ये फैसला लिया है। असल में देश में 15 फीसदी के करीब मुसलमान है, ये वोटबैंक कांग्रेस को ही लोकसभा चुनाव में वोट देना पसंद करता है। वहीं दूसरी तरफ हिंदी पट्टी राज्यों में पार्टी की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। ऐसे में वो जहां मजबूत है, उसी दिशा में अपने कदम और ज्यादा मजबूती से बढ़ाना चाहती है। माना जा रहा है कि मुस्लिमों का एक वर्ग कांग्रेस के इस फैसले की वजह से उसे और ज्यादा वोट करेगा।