भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार का अगला निशाना दूध उत्पादक होंगे। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जो दूध अभी 18-20 रुपये में मिल रहे हैं उसका मूल्य 70 रुपये तक पहुंच जाएगा। सरकार ऐसा कानून लाएगी कि लोग सीधे ग्राहकों को दूध नहीं बेच पाएंगे। दूध को प्राइवेट कंपनी खरीद लेगी, बाद में उसे पैकेट में बंद कर के लोगों को 70 रुपये में बेचा जाएगा।
राकेश टिकैत ने कहा कि अभी जो डब्बे में दूध का लेन-देन चलता था वो बंद हो जाएगा। खुला दूध मिलना बंद हो जाएगा। गांव से कम दाम में प्राइवेट कंपनी दूध खरीद लेगी और उसे ही मंहगे कर के बेचेगी। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा।गाजीपुर बॉर्डर पर 80 से अधिक दिनों से जारी किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे टिकैत ने कहा कि सरकार की तरफ से बढ़ाए जा रहे डीजल के दाम के कारण आम लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ेगा।
फसल बर्बाद नहीं करने की दी थी सलाह: हाल ही में राकैश टिकैत ने किसानों से अपील किया था कि कि वो फसल को बर्बाद न करें फसल राष्ट्र की संपत्ति है। इंडिया टीवी के रिपोर्टर के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा था कि मेरा संदेश है कि फसल को कोई बर्बाद न करें, फसल को काटे अगर स्वयं नहीं काटने के हालत में है तो गांव के मजदूरों से कटवाए। अन्न को बर्बाद न करें, अन्न अकेला मेरा नहीं है। अन्न देश का है इस कारण ऐसा कार्य कोई भी नहीं करें।
आंदोलन को करेंगे मजबूत: किसानों की तरफ से आंदोलन को मजबूत करने के लिए लगातार महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। राकेश टिकैत ने कहा है कि वो समर्थन मांगने के लिए गुजरात जाएंगे। गुजरात-महाराष्ट्र के किसानों से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि वो गुजरात जाकर लोगों से समर्थन देने की अपील करेंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में उन्होंने कहा था कि वो बंगाल भी जाएंगे और वहां पर लोगों को केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए कानून के बारे में बताएंगे, साथ ही उन्होंने कहा था कि ये लड़ाई काफी दिनों तक चलेगी।