किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि गुरुवार को रेल रोककर उनका मकसद रेल चलवाना है। उनका कहना था कि पिछले 8 महीनों से देश भर में रेल रुकी हुई हैं। लोगों की सुविधा के लिए रेल चलनी चाहिए। यूपी हाइवे घेरने के सवाल पर उनका कहना था कि 16 लाईन का हाइवे है। इसे सरकार ने ही बंद कर रखा है। जनता को यह समझ में आना चाहिए कि उन्हें परेशान कौन कर रहा है।
उधर, टिकैत एक वीडियो में गाजीपुर बॉर्डर पर हल चलाते भी देखे गए। उनका कहना था कि हल चलाने का मकसद लोगों को संदेश देना है कि किसान धरने पर बैठा है। लोगों को साथ जोड़ने और आंदोलन को नई दिशा देने के लिए वो यहां हल चला रहे हैं। वीडियो में टिकैत कुछ लोगों के साथ हल चलाते देखे जा रहे हैं।
किसान नेता @RakeshTikaitBKU ने कल होने वाले रेल रोको आंदोलन पर कहा की – "रेल चलवाने के लिए कल रेल रोकेंगे" #हल्ला_बोल @kumarkunalmedia pic.twitter.com/Bx1vyzZV6m
— AajTak (@aajtak) February 17, 2021
गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान नेता @RakeshTikaitBKU चला रहे हैं हल, देखिए @abhishekanandji की रिपोर्ट
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इसके पहले टिकैत ने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहा धरना-प्रदर्शन पूर्व की तरह ही जारी रहेगा। आंदोलम में शामिल लोग सांकेतिक रूप से ट्रेनें रोकेंगे और ड्राइवर को माला पहनाएंगे। इस दौरान यात्रियों को लस्सी के साथ खाना भी खिलाया जाएगा और उनसे अनुरोध किया जाएगा कि वह आंदोलन में हमारा मौन समर्थन करें।
गौरतलब है कि राकेश टिकैत ने पश्चिम बंगाल जाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल जाएंगे। बंगाल जाकर वहां के किसानों की समस्या सुनेंगे और फिर केंद्र व प्रदेश सरकार से इस पर जवाब मांगेंगे। बंगाल में अगले कुछ महीनों के दौरान विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में राकेश टिकैत के जाने से वहां पर सियासत गरमा सकती है। किसान नेताओं का मानना है कि जब बीजेपी हारेगी तभी किसान जीतेगा। इसी वजह से उन्होंने बंगाल जाकर लोगों को जागरूक करने का फैसला लिया है।
किसान आंदोलन को लगभग 3 माह होने को हैं। हालांकि अब दिल्ली के चारों तरफ मौजूद सीमाओं पर किसानों की तादाद पहले जैसी नहीं रह गई है। टिकैत का कहना है कि किसान खेत में काम भी करेगा और धरने पर भी बैठेगा। उनका कहना है कि आंदोलन तभी खत्म होगा जब तीनों काले कानून वापस होंगे और एमएसपी कानून के दायरे में आएगा।