राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। कोविड-19 महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चैम्बर में आयोजित किया गया। इस दौरान कांग्रेस से बीजेपी का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का आमना- सामना हुआ। दोनों ने मास्क पहना हुआ था। जब सिंधिया और दिग्विजय का सामना हुआ तो दोनों ने एक-दूसरे के सामने हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी कुछ इशारा करते नजर आए।
इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है। खास बात यह है कि दोनों एक ही राज्य से आते हैं और हाल ही में सिंधिया ने कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी का हाथ थामा है। जब सिंधिया ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला तो दिग्विजय ने खुले तौर पर कमलनाथ का समर्थन किया। सोशल मीडिया पर इस फोटो को लेकर लोग मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं।
Okay Twitter! Caption this! pic.twitter.com/U99tU3FBqW
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) July 22, 2020
@PalTariyal ने लिखा है, इसका मतलब साफ है राजनीति में सब दोस्त हैं सब भाई हैं यह लोग हमें आपस में लड़ाते हैं कोई कांग्रेसी कोई बीजेपी कोई और इसलिए दोस्तों अपने काम से मतलब रखो भाड़ में जाने दो इनको। @sauravks45 ने लिखा है , बाबुल की दुआएं लेती जा … जा तुझको सुखी संसार मिले। @BabanZende_ ने ट्वीट किया है, खाने के दांत और है और दिखाने के दांत और है भाड़ में जाए जनता अपना सपना मनी मनी। @rishabhgautam3 ने लिखा है, यह कमाल करने में कमल का बहुत बड़ा हाथ है । इधर भी उधर भी।
शपथ ग्रहण के मौके पर उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘ देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है। अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो।’’ उन्होंने कहा कि तत्काल लाभ के लिए सदन में बाधा-व्यवधान डालने के प्रलोभन में न पड़ें बल्कि जनता की दृष्टि में इस सदन का सम्मान बढ़ाने के प्रति सदैव सचेत रहें।
कानून का शासन लागू हो यही देश का विधान है। और इसकी शुरुआत आप ही से होती है, जब आप सदन के नियमों और प्रथाओं का पालन करते हैं। शपथ ग्रहण करने वाले सदस्यों में 36 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ले रहे हैं । सदस्यों ने सामाजिक दूरी के मानकों का पालन करते हुए शपथ ग्रहण किया ।