लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ही केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के बीच बीएसएनएल और एमटीएनएल से जुड़े सवाल पर भिड़ंत हो गई। बुधवार (26 जून) को रूडी ने केंद्रीय दूरसंचार मंत्री से सरकारी टेलिकॉम कंपनियों की दुर्दशा से जुड़ा सवाल पूछा तब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दलील दी कि आपदा के समय सरकारी टेलिकॉम कंपनियां उपभोक्ताओं को फ्री सर्विस मुहैया कराती है। इस पर बीजेपी सांसद रूडी ने काउंटर किया कि प्राइवेट टेलिकॉम कंपनिया भीं ऐसी सेवा उपलब्ध कराती है। इसके बाद मंत्री ने बताया कि प्राइवेट कंपनियां दो-तीन दिन के बाद सेवा बंद करत देती है जबकि सरकारी कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल आपदा के पूरी तरह हटने तक ऐसी सेवा उपलब्ध कराती रहती है।

लोकसभा में प्रश्न काल के दौरान रूडी ने मंत्री से कहा कि सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL का घाटा 90 हजार करोड़ रुपए का है जो एयर इंडिया के जैसा ही है। उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे से एयर इंडिया को बचाया जा रहा है, उसी तरह से बीएसएनएल को बी बचाया जा रहा है जबकि जब कंपनी के उपभोक्ताओं की संख्या 9 प्रतिशत थीं तो इसकी आय 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा थी। उन्होंने कहा कि अब जब उपभोक्ताओं की संख्या 10 प्रतिशत हो गई है तो आय में 1 लाख करोड़ रुपए की कमी आ गई है। बीजेपी सांसद की धारदार बहस को देखते हुए विपक्षी नेताओं ने चुटकी ली कि रूडी को ही मंत्री बना दिया जाना चाहिए।

रूडी ने सरकारी कंपनियों के कॉल ड्राप की भी समस्या उठाई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब बीएसएनएल या एमटीएनएल के फोन कट जाते हैं, तब भी बिलिंग होती रहती है, जो हमारे लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि सरकारी टेलिकॉम कंपनियों के आर्थिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि एक महीने पहले ही उन्होंने मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली है और इसके साथ ही उसकी आर्थिक स्थिति दुरुस्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। बता दें कि मंत्री और बीजेपी सांसद दोनों बिहार से आते हैं। रूडी सारण संसदीय सीट से चुनकर आए हैं जबकि रविशंकर प्रसाद पहली बार पटना साहिब सीट से चुनकर लोकसभा पहुंचे हैं।