राजस्‍थान के बीकानेर में एक डॉक्‍टर के मरीजों को बीमारियां ठीक करने के लिए इस्‍लाम को मानने की सलाह देने का मामला सामने आया है। डॉक्‍टर जमीमा हयात के खिलाफ कई मरीजों ने शिकायत की। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. देवेंद्र चौधरी ने जमीमा हयात को चेताया कि वे ऐसा न करें। लेकिन महिला डॉक्‍टर ने इस पर ध्‍यान नहीं दिया और उनकी प्रेक्टिस जारी रही। हाल ही में उन्‍हें ताजा नोटिस जारी किया गया है।

खबरों के अनुसार, इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी जांच करने का आदेश दिया है। इसमें कहा गया है कि यदि आरोप सही पाए जाएं तो उचित कार्रवाई की जाए। पीएमओ को वेबसाइट पर इस बारे में शिकायत की गई थी। मनीष सिंघल नाम के शख्‍स ने बताया कि वह जमीमा के पास अपनी आठ साल की बेटी के इलाज के लिए गए थे।

उन्‍होंने बताया कि कैसे इस्‍लाम का अनुसरण करने से उनके परिवार की सारी समस्‍याएं दूर हो जाएंगी। इलाज के दौरान उन्‍होंने इस्‍लामिक वाक्‍य भी बोले। उनके खिलाफ पहले भी इस तरह की शिकायतें आई थीं। इसके चलते कई बार उनका ट्रांसफर भी हुआ। जमीमा का भाई भी डॉक्‍टर है और वह काफी मशहूर हैं।