राजस्‍थान उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है। कांग्रेस अध्यक्ष (राजस्थान) सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस ने उपचुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया है। भाजपा की यह हार लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए काफी नुकसानदायक मानी जा रही है। भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनावों में यहां की सभी 25 सीटें जीती थीं। लेकिन अलवर और अजमेर जैसी महत्वपूर्ण लोकसभा सीटे हारने के बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा है! यहां अलवर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्‍मीदवार करण सिंह यादव ने भाजपा के जसवंत सिंह यादव को 1,56,319 वोट से हरा दिया जबकि अजमेर में भी कांग्रेस उम्‍मीदवार ने जीत हासिल की है। अजमेर सीट पर कांग्रेस के रघु शर्मा का मुकाबला भाजपा के राम स्वरूप लांबा से था। वहीं मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्‍मीदवार ने भाजपा उम्‍मीदवार को ग्‍यारह हजार से ज्‍यादा मतों से हरा दिया। यहां कांग्रेस की ओर से सचिन पायलट ने धुआंधार प्रचार किया।

तीनों सीटों पर आए परिणाम के बाद भाजपा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। सूबे की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। ट्विटर पर उन्होंने लिखा है, ‘जनता की सेवा का जो प्रण चार साल पहले लिया था, उसे पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में जो फैसला जनता दिया है वह सिर आंखों पर।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘हम राजस्थान के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और रहेंगे। मैं भाजपा प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं और नेताओं का आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने इन चुनावों में मेहनत की लेकिन अब हमें और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।’

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सांसदों और विधायक के निधन के कारण यहां उपचुनाव कराने पड़े हैं। अजमेर के सांसद सांवर लाल जाट का पिछले साल नौ अगस्त को देहांत हो गया था, जबकि अलवर के सांसद महंत चंद नाथ का 17 सितंबर को देहांत हो गया था। वहीं, भाजपा की मंडलगढ़ क्षेत्र की विधायक कीर्ति कुमारी का स्वाइन फ्लू के चलते 28 अगस्त को निधन हो गया था।