Udaipur Rajasthan Tailor Muder Case: उदयपुर में हुए वीभत्स हत्याकांड के बाद सीएम अशोक गहलोत ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। गहलोत ने पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये का चेक दिया है। सीएम गहलोत ने पीड़ित परिवार को इस बात का आश्वासन दिया कि ये केस फास्ट ट्रैक में चलाकर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाई जाएगी। इसके अलावा सीएम ने कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान भी किया है। इस हत्याकांड के बाद उदयपुर के लोगों में आक्रोश का महाौल है इस हत्या के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं।
वहीं राजस्थान पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि मामले की जांच अब एनआईए कर रही है। विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावार है, वहीं गहलोत सरकार का कहना है कि पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है, जांच एनआईए कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि इस घटना में इंसानियत की सारी हदें पार कर दी गईं हैं।
उदयपुर में कन्हैया लाल की नृशंस हत्या पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि ये मामूली घटना नहीं है, ये एक तरह से आतंकवाद है। इसकी जितनी भर्त्सना करेंगे वो कम ही रहेगा। सांप्रदायिक उन्माद के पीछे कौन लोग हैं? कौन से संगठन हैं? ऐसी चीजें राजस्थान में कभी नहीं हुई।
गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि घटना के बाद से मैं गुस्से से उबल रहा हूं। दोषियों को ठोक देना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है, धर्म कायरर्ता और धोखा नही सिखाता हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा। अपराधी कोई भी हो उसको फांसी पर लटकाना और क़ानून की ताक़त का एहसास कराना ज़रूरी है।”
वहीं मृतक कन्हैया लाल की पत्नी ने मांग की है कि दोषियों को फांसी दी जाए। पत्नी ने कहा कि आज उसने हमारे पति का कत्ल किया है, कल दूसरों को मारेंगे। 28 जून की शाम में राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पीड़ित कन्हैया लाल को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में जान से मारने की धमकी मिलने लगी थी। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी थी लेकिन पता नहीं किस दबाव में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि इस घटना के बाद से राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। राजस्थान स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा है कि यह भाजपा का किया धरा है और निश्चित रूप से भाजपा इन घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार है।
वहीं भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि कन्हैयालाल को धमकिया दी जा रही थीं। राजस्थान पुलिस को इतना दिमाग तो होना चाहिए कि ये सुरक्षा मांग रहा है और आज दुकान खोल रहा है तो इसको कम से कम सिक्योरिटी देनी चाहिए। निश्चित रूप से प्रशासनिक चूक हुई है जिसके कारण ये घटना हुई है।
Udaipur Murder News: उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन करवाया है। पढ़ें हाईलाइट्स-
उदयपुर में दर्जी की हत्या के आरोपियों ने पीएम मोदी को धमकी दी तो ओवैसी भड़क गए। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, वो (मोदी) देश के पीएम हैं, हमारे मतभेद हैं वो अलग बात है।
गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि घटना के बाद से मैं गुस्से से उबल रहा हूं। दोषियों को ठोक देना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है, धर्म कायरर्ता और धोखा नही सिखाता हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा। अपराधी कोई भी हो उसको फांसी पर लटकाना और क़ानून की ताक़त का एहसास कराना ज़रूरी है।”
दर्जी कन्हैया लाल साहू की पत्नी ने मांग की है कि आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमारे पति को मारा है, कल दूसरों को मारेंगे।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पीड़ित कन्हैया लाल को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में जान से मारने की धमकी मिलने लगी थी। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी थी लेकिन पता नहीं किस दबाव में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
#WATCH राजस्थान: उदयपुर के मालदास गली इलाके में कल दो लोगों द्वारा मारे गए कन्हैया लाल का पार्थिव शरीर उदयपुर में अपने पैतृक स्थान लाया गया। pic.twitter.com/Y8DkRFfK6l
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2022
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं ये मानता हूं कि अगर राजस्थान की पुलिस थोड़ी सी भी चौकन्ना रहती तो ये घटना नहीं होती क्योंकि आज मुझे पता चला कि कन्हैया लाल को पहले गिरफ़्तार किया गया था और वो बेल पर बाहर आए थे। उन्हें धमकियां मिल रही थीं, फिर भी पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।
28 जून की शाम कन्हैयालाल की हत्या के बाद बुधवार को उनके शव का पोस्टमॉर्टम पूरा हो गया है। बताया जा रहा है कि आज ही उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान अस्पताल के बाहर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि मैं इस घटना के पीछे लगा रहूंगा और इस गैंग का पर्दाफाश कर रहूंगा।
28 जून को कन्हैया लाल की हत्या के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है।
उदयपुर की घटना को लेकर कवि कुमार विश्वास ने एक ट्वीट में कहा, “दिमाग़ सुन्न है। उदयपुर की घटना केवल एक इंसान की हत्या नहीं है बल्कि मनुष्यता की हत्या है। मज़हबी कट्टरता के खेत में जो ज़हर सियासत ने बोया उसके हत्यारे-झाग चौखट तक आ पहुंचे हैं। वक़्त हाथ से निकले उससे पहले देश को सोचना पड़ेगा। देश की सोचिए उत्तेजना से बचिए, समय सबका हिसाब करेगा।”
केंद्रीय गृह मंत्रालय कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संपर्क की गहन जांच की जाएगी।
उदयपुर हत्याकांड को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हमारे समाज में हिंसा को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।
राजस्थान के अतिरिक्त डीजीपी एसीबी दिनेश एमएन ने बताया कि हम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं और जिनके नाम जांच में आएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार को मुआवजे का आश्वासन मिला है। अब इलाके में शांति है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
उदयपुर के एसपी मनोज कुमार ने कहा कि अपराधी की कोई जाति नहीं होती है। जिसने भी अपराध किया है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। मैं सभी से कानून में विश्वास रखने की अपील करता हूं। कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। हत्या के बाद कोई घटना नहीं हुई है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
उदयपुर घटना पर राजस्थान स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि BJP ने देश में केरोसिन छिड़क दिया है जो कहीं भी आग सुलगा सकता है। यह भाजपा का किया धरा है और निश्चित रूप से भाजपा इन घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार है। कांग्रेस के शासनकाल में ऐसी घटनाएं क्यों नहीं हुईं? यह अपने स्वार्थ और राजनीति चमकाने के लिए इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देते हैं।
भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा, “इसमें नुपुर शर्मा के खिलाफ उसके (कन्हैया लाल) बच्चे या किसी ने भी कोई वीडियो डाली जिसके कारण इस पर केस बना जिसके बाद इसकी गिरफ़्तारी हुई और फिर जमानत हुई। आपस में बैठकर समझौता भी हुआ। वो बार-बार सुरक्षा मांग रहा है कि मुझे खतरा है। और फिर 4-5 दिन उसकी दुकान बंद रही और उसके बाद जब उसने दुकान खोली तो पुलिस को इतना दिमाग तो होना चाहिए कि ये सुरक्षा मांग रहा है और आज दुकान खोल रहा है तो इसको कम से कम सिक्योरिटी देनी चाहिए। निश्चित रूप से प्रशासनिक चूक हुई है जिसके कारण ये घटना हुई है।”
राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कल जब मैंने भी वीडियो देखा तो मैं चौक गया। वास्तव में इस प्रकार की घटना पहली बार देखी है कि कोई आदमी घटना की वीडियो बनाए फिर अपनी भी वीडियो बनाए और उसे वायरल करे और इस घटना का दुख ये है कि ये घटना एक लंबी प्रक्रिया में निकली है।
बता दें कि 28 जून की शाम राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या कर दी गई। कन्हैयालाल दर्जी का काम करता था। उसकी दुकान पर मंगलवार की शाम दो लोग कपड़े बनवाने के लिए आए और थोड़ी देर बात करने के बाद उन्होंने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद राज्य में तनाव की स्थिति है। इस बीत गहलोत सरकार ने पीड़ित परिवार को 31 लाख रुपये का मुआवजा और मृतक के दोनों बेटों को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया है।
