देशभर में गुरुवार (29 जून, 2023) को बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। बकरीद पर कुर्बानी के लिए कुछ दिन पहले से ही बकरों और भेड़ों की खरीद शुरू हो जाती है। इस दौरान काफी ज्यादा कीमत पर बकरे और भेड़ बेचे जाते हैं। इस बीच राजस्थान के एक चरवाहे ने अपना भेड़ बेचने से इनकार कर दिया, जबकि उसे इसके बदले में 1 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। उसने ऐसा क्यों किया इसकी वजह भी काफी दिलचस्प है।
यह मामला राजस्थान के चुरू जिले का है, जहां एक चरवाहे राजू सिंह ने 1 करोड़ रुपये के पेशकश मिलने के बावजूद अपने भेड़ को बेचने से इनकार कर दिया। दरअसल, जिस भेड़ की कीमत 1 करोड़ रुपये लगाई गई है, उसके पेट पर ‘786’ लिखा है, इस अंक को इस्लाम में काफी पवित्र माना जाता है। पिछले साल इस मेमने का जन्म हुआ था। उसके पेट पर लिखे 786 अंक के महत्व के बारे में राजू नहीं जानते थे, लेकिन बाद में उनके गांव में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उन्हें इसका मतलब बताया और कहा कि इस्लाम में यह एक पवित्र अंक है और इसे ईश्वर के आशीर्वाद के तौर पर देखा जाता है।
राजू सिंह को अब तक इस भेड़ के लिए 70 लाख से 1 करोड़ रुपये तक की पेशकश की जा चुकी है। हालांकि, उन्होंने फैसला किया है कि वह इसको नहीं बेचेंगे। राजू सिंह ने कहा कि इस मेमने का जन्म पिछले साल हुआ था और जब उन्हें पता चला कि उसके पेट पर लिखा ‘786’ एक पवित्र अंक है तब से वह उसको झुंड के अन्य भेड़ों से अलग रखते हैं। इसे खाने में अनार, पपीता, बाजरा और हरी सब्जियों जैसे विशेष और पौष्टिक आहार दिए जाते हैं। वह मेमने को अपने साथ घर पर ही रखते हैं और इसकी उच्च कीमत के कारण इसकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
आज मुसलमानों के त्योहार ईद-उल-अजहा को लेकर काफी धूम है। इस दिन मुस्लिम सुबह ईद की नमाज पढ़ते हैं और फिर किसी जानवर की कुर्बानी देते हैं। इस मौके पर लखनऊ के इमाम मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने लोगों से मस्जिद और ईदगाह पर ही नमाज पढ़ने की अपील की है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर कुर्बानी ना की जाए, बल्कि किसी प्राइवेट प्रॉपर्टी या बड़े मदरसे में कुर्बानी करें। उन्होंने यह भी कहा है कि सिर्फ उन जानवरों की ही कुर्बानी करें, जिन पर कोई कानून बंदिश नहीं है।