Sachin Pilot in Mahakumbh: प्रयागराज महाकुंभ में राजनेताओं के स्नान का सिलसिला जारी है। गुरुवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी संगम पहुंचे और गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। उनके इस धार्मिक यात्रा से राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। हालांकि दो दिन पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी संगम आ चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा को दोस्त की मदद से अवसर मिलना बताया था।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी महाकुंभ को लेकर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साध रही है। इसके चलते पार्टी के बड़े नेताओं ने अब तक संगम में स्नान नहीं किया। लेकिन सचिन पायलट ने इस परंपरा को तोड़ते हुए खुद महाकुंभ में शामिल होकर नया संदेश दिया।
सचिन पायलट ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आज श्रद्धा और आस्था के प्रतीक महाकुंभ में संगम स्नान किया। इस पवित्र अवसर पर देश-प्रदेश की प्रगति एवं खुशहाली की कामना करता हूं।” उन्होंने महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की भागीदारी पर खुशी जताई और इस आयोजन को आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर बताया।
हालांकि, पायलट ने अपने दौरे को पूरी तरह धार्मिक रखा और मीडिया से किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं की। बावजूद इसके, उनके महाकुंभ जाने को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। क्या यह कांग्रेस के भीतर उनकी बढ़ती सक्रियता का संकेत है, या फिर किसी नई रणनीति का हिस्सा? इस पर सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अब तक दो बार महाकुंभ में शामिल होकर संगम में स्नान कर चुके हैं। वह पार्टी के विधायकों और मंत्रियों के साथ भी महाकुंभ में पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई।
खास बात यह है कि प्रयागराज में राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक भी आयोजित की गई, जिससे महाकुंभ को लेकर सरकार की गंभीरता साफ झलकती है। वहीं, राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में केवल सचिन पायलट ही ऐसे नेता हैं जो महाकुंभ पहुंचे हैं। उनके इस कदम से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।