राजस्थान पुलिस ने सोमवार को अदालत में याचिका लगाकर मांग की कि पीटकर मार दिए गए किसान पहलू खान के बेटों के खिलाफ मामले में कुछ पहलुओं की दोबारा से जांच करने की उसे इजाजत दी जाए। बता दें कि 1 अप्रैल 2017 को खान, उनके बेटों व कुछ अन्य लोगों पर कथित गोरक्षकों ने मवेशी ले जाते वक्त हमला किया था। हमले के दो दिन बाद खान की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर देश भर में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी।

द इंडियन एक्सप्रेस ने बीते महीने खबर प्रकाशित की थी कि राजस्थान पुलिस ने मई में खान के बेटों इरशाद और आरिफ के अलावा मवेशियों को ले रहे ट्रक के कथित मालिक खान मोहम्मद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। बहरोर के अडिशनल चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट की अदालत में दाखिल इस चार्जशीट में गोकशी और पशु तस्करी से संबंधित धाराओं में केस तैयार किया गया था। पुलिस के मुताबिक, पहलू खान भी आरोपी था, लेकिन जीवित न होने की वजह से चार्जशीट में उसका नाम शामिल नहीं किया गया।

सोमवार को अलवर के एसपी परिस देशमुख ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘उन्होंने (खान के परिवार) पुलिस के पास एक आवेदन दिया है। उसका मुआयना करने के बाद हमने शनिवार को कोर्ट में आवेदन किया। हमने मांग की कि आगे की जांच के लिए फाइलें वापस की जाएं। कोर्ट को अभी फैसला लेना है।’ अधिकारी ने बताया, ‘परिवार ने दावा किया है कि वे मवेशियों को अलवर जिले के टापूकरा ले जा रहे थे। वहीं, मालिक ने दावा किया है कि उसने घटना से पहले ट्रक बेच दिया था। हम इन बिंदुओं की दोबारा से जांच करना चाहते हैं।’

बता दें कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि सरकार इस मामले की जांच करेगी कि कहीं इस केस में नतीजे पहले से तय मानकर जांच तो नहीं की गई। सीएम के मुताबिक, अगर किसी तरह की गड़बड़ी पाई गई तो केस को दोबारा से खोला जाएगा। वहीं, एक सीनियर बीजेपी नेता ने इस कदम को राजनीतिक तौर पर प्रेरित बताया। बीजेपी नेता ने कहा कि अल्पसंख्यकों के वोट पाने के लिए ऐसा किया गया है।