राजस्थान की 7 विधानसभाओं पर 13 नवंबर को हुए उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को सामने आएंगे। राजस्थान की जिन सात सीटों पर उपचुनाव हुए यह सीटें दौसा, देवली उनियारा,झुंझुनू खींवसर, चौरासी,सलूंबर,रामगढ़ हैं। देवली उनियारा और खींवसर सीट पर जबर्दस्त मुकाबला देखने को मिला था। कांग्रेस की पूर्व सहयोगी भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के पास इन 7 में से 1-1 सीट हैं, जबकि कांग्रेस का 4 सीटों पर कब्जा है, वहीं बीजेपी के पास भी एक सीट है।
राजस्थान उपचुनाव से जुड़े एग्जिट पोल के अनुमान यहां देखें:
1990 से रामगढ़ विधानसभा सीट पर या तो कांग्रेस के खान परिवार का कब्जा रहा है या फिर भाजपा के ज्ञानदेव आहूजा का। आर्यन के पिता जुबैर खान पहली बार 1990 में और फिर 1993, 2003 और 2023 में यहां से चुने गए थे, जबकि आहूजा ने 1998, 2008 और 2013 में सीट जीती थी।
2008 और 2013 में लगातार दो चुनावों में जुबैर की हार के बाद, कांग्रेस ने 2018 में उनकी पत्नी साफिया जुबैर को मैदान में उतारा था जिन्होंने सीट जीती थी। लेकिन 2023 में कांग्रेस ने फिर से जुबैर को टिकट दिया, जो 20 साल के अंतराल के बाद जीते। पिछले महीने उनका निधन हो गया था जिसके कारण रामगढ़ में उपचुनाव की जरूरत पड़ी है।
राजस्थान की खींवसर विधानसभा से हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल मैदान में थीं। हनुमान बेनीवाल ने एक बयान में कहा था कि अगर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) इस सीट से चुनाव हार गई तो उनके राजनीतिक जीवन के 20 साल का संघर्ष खत्म हो जाएगा। खींवसर विधानसभा का चुनाव हनुमान बेनीवाल के लिए एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है। वजह उनके साथी रही रेवतराम डांगा के बीजेपी की ओर से मैदान में उतरने से है। कांग्रेस ने सवाई सिंह चौधरी की पत्नी डाक्टर रतन सिंह को चुनाव में उतारा है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
राजस्थान की दौसा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को लेकर फिलहाल एग्जिट पोल के अनुमान सामने नहीं आए हैं। यहां बीजेपी की ओर से जगमोहन मीणा और कांग्रेस की ओर से डीसी बैरवा के बीच मुकाबला था।
एक्सिस माई इंडिया का अनुमान के मुताबिक झारखंड के कोल्हान क्षेत्र की 14 सीटों में से एनडीए को 5 सीटें और इंडिया गठबंधन को 9 सीटें मिलने का अनुमान है। एक्सिस माई इंडिया के मुताबिक संथाल परगना क्षेत्र की 18 सीटों में से 15 सीटें कांग्रेस के खाते में जाती हुई दिख रही हैं।
राजस्थान उपचुनाव को लेकर एग्जिट पोल जल्द ही सामने आएगा…
राजस्थान: टोंक हिंसा के आरोपियों से जेल में मिलने के बाद राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने कहा, “कुल 54 लोग हैं। मैंने उन्हें इस निर्णय के बारे में सूचित किया है कि सिर्फ समरवता गांव ही नहीं, बल्कि 28 गांवों को उनियारा उप-मंडल में शामिल किया जाएगा। दूसरा, मैंने आपको आश्वासन दिया है कि सरकार जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करेगी। कुछ लोगों को फ्रैक्चर और चोटें आई हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की। हम पुलिस का पक्ष देखेंगे और अगर उन्हें पुलिस हिरासत में चोटें आई हैं, तो हम सीएम से शिकायत करेंगे। हम आरोपियों के लिए अदालत जाएंगे और उनकी जमानत करवाने की कोशिश करेंगे।”
दौसा विधानसभा चुनाव-2023 में कांग्रेस ने कब्जा जमाया था और मुरारी लाल मीणा ने 31204 वोटों से बड़ी जीत दर्ज की थी। उन्हें कुल 98238 वोट मिले थे। उनके सामने बीजेपी ने शंकर लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया था, जिन्हें 67034 वोट मिल सके थे। इस बार बीजेपी चाहेगी कि कांग्रेस के पास गई इस सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में वह कब्जा जमा ले।
कांग्रेस ने झुंझुनू विधानसभा से 48 साल के अमित ओला को मैदान में उतारा है, जो ओला परिवार से तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। उनके दादा शीशराम ओला कांग्रेस के दिग्गज नेता थे और झुंझुनू से पांच बार लोकसभा सांसद और झुंझुनू जिले के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से आठ बार विधायक रहे। अमित ओला के पिता बृजेंद्र ओला ने इस साल की शुरुआत में लोकसभा के लिए चुने जाने से पहले 2008 से 2023 के बीच लगातार चार बार झुंझुनू विधानसभा सीट जीती थी।
राजस्थान की खींवसर उपचुनाव सीट से बीजेपी की ओर से रेवतराम डांगा कांग्रेस की ओर से डॉक्टर रतन सिंह और कनिका बेनीवाल (RLP) के बीच मुकाबला है।
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की ओर से राजेन्द्र गुर्जर कांग्रेस की ओर से केसी मीणा और नरेश मीणा (निर्दलीय) चुनाव लड़ रहे थे। यह सीट मतदान के दिन हुए हंगामे के बाद काफी चर्चा में आ गई थी।
दौसा विधानसभा पर जगमोहन मीणा और कांग्रेस के डीसी बैरवा के बीच मुकाबला है।
राजस्थान की झुंझुनू विधानसभा पर मुकाबला बीजेपी के राजेंद्र भांबू और कांग्रेस के अमित ओला के बीच है, यहां राजेंद्र गुढ़ा (निर्दलीय)भी चुनावी मैदान में हैं।
राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ। झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर (बुधवार) को हुआ और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस की पूर्व सहयोगी भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के पास इन 7 में से 1-1 सीट हैं, जबकि कांग्रेस का 4 सीटों पर कब्जा है, वहीं बीजेपी के पास भी एक सीट है।
राजस्थान उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को सामने आएंगे, यहां हम एग्जिट पोल के आंकड़े साझा कर रहे हैं।
