राजस्थान में कांग्रेस की जीत के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की पीठ थपथपाई जा रही है। लेकिन, इस बीच उनके ससुर और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने उन्हें जरूरी सलाह दी है। अब्दुल्ला ने पायलट को राजस्थान की जीत पर ज्यादा उत्साहित नहीं होने और लोकसभा चुनाव 2019 पर ध्यान देने की बात कही है। एनटीवी पर एक डिबेट के दौरान अब्दुल्ला ने अपने दामाद को यह बात कही।

उन्होंने कहा, “सचिन, पहले आपको ढेर सारी शुभकामनाएं। हम अब यह देख रहे हैं कि भविष्य में 2019 (लोकसभा चुनाव) में आप लोग कैसा प्रदर्शन करते हैं। ध्यान रहे कि 6 महीने ज्यादा दूर नहीं है। मैं उम्मीद करता हूं कि जो आपने (राजस्थान में चुनावी वादा) कहा है उसे जरूर पूरा करेंगे। क्योंकि, आप पर पूरे राष्ट्र का ध्यान है। इसलिए अभी से विजय का नगाड़ा मत बजाइए। काम बेहद कठिन है। इसलिए एकजुट रहिए।” अपने ससुर की इस बात को सचिन पायलट ने भी तवज्जो दी और कहा कि वह उनकी सलाह पर काम करेंगे। पायलट ने कहा कि अभी काम आधा हुआ है और असली चुनौती 4 महीने बाद से शुरू होने जा रही है। राजस्थान से कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देगी।

सचिन पायलट ने मीडिया के कई मंचों से कहा है कि राजस्थान में उनकी पार्टी को कोशिश समय रहते घोषणा पत्र के वादों को पूरा करना है। इसमें किसानों की समस्याएं पहले स्थान पर है। उनके मुताबिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने की चुनौती भी है। इसलिए वह चाहेंगे कि राजस्थान में छोटो उद्योगों को भी तवज्जो मिले। पिछले पांच सालों से बतौर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट जमीन पर काम करते रहे हैं। हालांकि, उन्होंने हर मंच पर खुद के साथ-साथ दूसरे नेताओं के भी संघर्ष की बात कही है। मगर, मुख्यमंत्री पद को लेकर उनके और अशोक गहलोत के बीच टकराव की चर्चाएं आम रही हैं। वैसे दोनों नेताओं ने सार्वजनिक मंच पर हमेशा इस बात को खारिज किया है।