कांग्रेस से नाराजगी दूर होने के बाद सचिन पायलट खुलकर मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मैंने कभी अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया और मुझे हाईकमान पर पूरा भरोसा है। दरअसल, पत्रकार ने सवाल किया कि सियासी खींचतान के दौरान आपके लिए निकम्मा जैसा शब्द इस्तेमाल किया गया। तो अब जब आप लौटकर जा रहे हैं तो आपको क्या लगता है अब आपको वो सम्मान मिलेगा?

इस पर पायलट ने कहा कि राजनीति में उसूल आदर्श और मुद्दे महत्वपूर्ण होते हैं। हम सब लोग जनता के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत करें कि व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप या दुर्भावना का या कठोर शब्दों का प्रयोग करना मैं समझता हूं उचित नहीं है और मैं कभी करूंगा भी नहीं। मैं समझता हूं कि मुझे इसपर रिएक्ट भी नहीं करना चाहिए। लेकिन इतना जरूर है कि पिछले डेढ़ साल में जितना हमसे हो सका हमने किया लेकिन मेरे और मेरे साथियों के कुछ वाजिब और बहुत मत्वपूर्ण  मुद्दे थे। इन बातों को हमने रखा।

इससे पहले एक अन्य न्यूज चैनल पर इंटरव्यू के दौरान पत्रकार के सवाल पर कि क्या कांग्रेस ने युवा बनाम बुजुर्ग ब्रिगेड की जंग चल रही है पर पायलट ने कहा मैं तो अधेड़ उम्र का हो गया हूं आप मुझे युवा भी नहीं कह सकती बुजुर्ग भी नहीं कह सकती। लेकिन ये बनाया गया है कि ये एक्स बनाम वाई है क्योंकि पार्टी में हर तरह के लोग हैं हर आयु के लोग हैं।

बहुत से लोग कम उम्र में बहुत कुछ कर लेते हैं बहुत से लोग ज्यादा आयु तक कुछ नहीं कर पाते। तो ये जो विवाद है बनाया गया है कि उम्र को लेकर लोगों के बीच टकराव पैदा किया गया है। ऐसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमें रिजल्ट ओरिएंटेड काम करना चाहिए जिस ताले में जो चाबी फिट हो जाए वहीं इस्तेमाल करना चाहिए।