राजा रघुवंशी हत्या मामले में मेघालय पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में सोनम, राज और उसके साथियों पर FIR तो दर्ज ही की गई है। इसके अलावा मेघालय पुलिस ने मंगलवार को कहा कि राज्य के निवासियों के खिलाफ कथित रूप से झूठा प्रचार करने वाले लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
मेघालय पुलिस ने क्या कहा?
23 मई को इंदौर के राजा और सोनम रघुवंशी के मेघालय में पहली बार लापता होने के बाद से ही राज्य में जांच चल रही है। इस दौरान कई लोगों ने कहा कि दोनों स्थानीय लोगों द्वारा किए गए अपराध के शिकार थे। साथ ही यह भी सवाल उठा कि क्या राज्य पर्यटकों के लिए सुरक्षित है? हालांकि सोमवार को पुलिस ने कहा कि राजा की हत्या सोनम और उसके साथ रिश्ते में रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा किराए पर लिए गए हत्यारों ने की थी।
ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा, “कुछ लोग हैं जिन्होंने यहां के स्थानीय लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक बयान दिए हैं। हमने इसे संज्ञान में लिया है क्योंकि यहां के लोग बाहर पढ़ रहे हैं और कुछ ने कहा है कि हमें बाहर रह रहे स्थानीय समुदाय को नुकसान पहुंचाना चाहिए। हमने इस व्यक्ति के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ एक और एफआईआर भी दर्ज की गई है जिन्होंने झूठा प्रचार किया है।”
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मेघालय के कई मंत्रियों ने भी इस मामले में अपनी बात रखी है और आरोप लगाया है कि यह मेघालय की छवि पर हमला है। मेघालय पुलिस ने मंगलवार को कहा कि इंदौर हनीमून मनाने वाले की हत्या के बाद राज्य के निवासियों के खिलाफ कथित रूप से झूठा प्रचार करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस ने दर्ज की FIR
ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा, “कुछ लोग हैं जिन्होंने यहां के स्थानीय लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक बयान दिए हैं। हमने इसे संज्ञान में लिया है क्योंकि यहां के लोग बाहर पढ़ रहे हैं और कुछ ने कहा है कि ‘हमें बाहर के स्थानीय समुदाय को नुकसान पहुंचाना चाहिए। हमने इस व्यक्ति के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ एक और एफआईआर भी दर्ज की गई है जिन्होंने झूठा प्रचार किया है।”
मेघालय के कई मंत्रियों ने भी इस मामले में अपनी बात रखी है और आरोप लगाया है कि यह मेघालय की छवि पर हमला है। राज्य के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने कहा, “यह स्पष्ट रूप से एक लव ट्राएंगल का मामला है। यह एक ऐसा मामला भी है जिसमें मुख्य आरोपी ने जघन्य अपराध को अंजाम देने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर की मदद ली थी। इसलिए आज राज्य और मेघालय के लोग दोषमुक्त साबित हुए हैं। राष्ट्रीय मीडिया के एक वर्ग की भूमिका भी राज्य सरकार के ध्यान में आई है। वे पिछले हफ़्ते से मीडिया ट्रायल चला रहे हैं और वास्तव में आरोपी और पीड़ित दोनों के कुछ करीबी परिवारों ने मेघालय के खिलाफ़ बहुत अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। ऐसे भी उदाहरण हैं जहां वे मेघालय के लोगों से बदला लेने के लिए लोगों को भड़काने की हद तक चले गए थे। राज्य सरकार ने पुलिस के माध्यम से पहले ही एफआईआर दर्ज कर ली है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी तरीकों का भी इस्तेमाल करेंगे कि मेघालय की छवि पर हमला करने वाले सभी अपराधियों को सज़ा मिले।”
वहीं मेघालय के उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसॉन्ग ने भी इस मामले का जिक्र करते हुए इसे आहत करने वाला बताया। उन्होंने कहा, “सरकार की तरफ से हम बहुत दुखी हैं जब हमने सोशल मीडिया और राष्ट्रीय समाचारों पर इतनी सारी टिप्पणियां देखीं, जिसमें मेघालय को अपराधियों का अड्डा बताया गया। लेकिन हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि मेघालय बहुत सुरक्षित है। हमारा पुलिस बल देश में सबसे बेहतरीन में से एक है। हमने यह साबित कर दिया है।”