मोदी सरकार की ओर से 1 फरवरी को बजट पेश किया जाना है। इस बीच ‘पीटीआई’ ने खबर दी है कि इलाज कराने अमेरिका गए अरुण जेटली की सर्जरी हुई है। डॉक्टरों ने उन्हें दो सप्ताह तक आराम करने की सलाह दी है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि वह मोदी सरकार का आखिरी बजट पेश नहीं कर पाएंगे। ऐसे में रेल मंत्री पीयूष गोयल को वित्‍त और कॉरपोरेट मंत्रालय का अतिरिक्‍त प्रभार दिया गया है, ताकि बजट तैयारियों पर जेटली की अनुपस्थिति का प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। यह पहला मौका नहीं है जब पीयूष गोयल को वित्‍त मंत्रालय की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है। मई 2018 में अरुण जेटली को किडनी ट्रांसप्‍लांट कराना पड़ा था, जिसके कारण गोयल को तात्‍कालिक तौर पर वित्‍त मंत्री बनाया गया था। स्‍वस्‍थ होने तक जेटली बिना विभाग के मंत्री बने रहेंगे। बता दें कि अंतरिम बजट पेश करने से 9 दिन पहले गोयल को यह प्रभार दिया गया है।

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार अस्थायी रूप से गोयल को सौंपा गया है। गोयल के पास जो मंत्रालय हैं वह उसका कामकाज भी देखेंगे।
इसके अलावा जेटली को उनके इलाज तक बिना पोर्टफोलियो वाला मंत्री बनाया गया है। स्वस्थ होने के बाद जेटली फिर से वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे।

भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को एक फरवरी को अपने मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करना है। इससे पहले पिछले साल मई में भी गोयल को दोनों मंत्रालयों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। उस समय जेटली का गुर्दा प्रत्यारोपण हुआ था। गोयल ने 100 दिन तक जेटली की अनुपस्थिति में इन मंत्रालयों का प्रभार संभाला था। जेटली पिछले साल 23 अगस्त को काम पर लौट आए थे और उन्होंने वित्त और कॉरपोरेट मंत्रालयों की जिम्मेदारी फिर संभाल ली थी।

केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का मंगलवार को न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में आपरेशन हुआ। वे 13 जनवरी को अमेरिका गए थे। सूत्रों ने बताया कि चिकित्सकों ने जेटली को दो सप्ताह आराम करने की सलाह दी हैं।  सूत्रों ने कहा कि इस सप्ताह ही उनकी ‘सॉफ्ट टिश्यू’ कैंसर के लिए जांच की गई थी। (एजेंसी इनपुट के साथ)