प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट यानी बुलेट ट्रेन परियोजना के पूरा होने का इंतजार पूरा देश कर रहा है। इस बीच इसको लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है। नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेज़ी से काम कर रहा है। देश की पहली बुलेट ट्रेन गुजरात, महाराष्ट्र और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से होकर गुजरेगी। 508 किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) परियोजना जापान सरकार की तकनीकी और वित्तीय सहायता से निर्माणाधीन है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में 12 स्टेशन होंगे। ट्रेन मुंबई से चलकर ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती जाएगी।
मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन की कितनी है लागत?
MAHSR परियोजना की कुल अनुमानित लागत 1,08,000 करोड़ रुपये (लगभग) है। इसमें से जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) परियोजना लागत का 81% यानी 88,000 करोड़ रुपये का फाइनेंसिंग कर रही है। बचे 19% यानी 20 हजार करोड़ रुपये का फाइनेंसिंग रेल मंत्रालय (50%) और महाराष्ट्र सरकार (25%) और गुजरात सरकार (25%) के इक्विटी योगदान से किया जाएगा। 30 जून 2025 तक इस परियोजना पर 78,839 करोड़ रुपये का खर्च हो चुका है।
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मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की स्थिति
लोकसभा में एक लिखित जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि परियोजना के सभी सिविल ठेके दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “कुल 28 टेंडर पैकेजों में से 24 पैकेज दे दिए गए हैं।” केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने आगे बताया कि समुद्र के नीचे सुरंग (लगभग 21 किलोमीटर) का काम भी शुरू हो गया है। वैष्णव ने आगे कहा, “अब तक 392 किलोमीटर पियर निर्माण, 329 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग और 308 किलोमीटर गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो चुका है।
मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना कब पूरा होगा?
रेल मंत्री वैष्णव ने यह भी बताया कि वापी और साबरमती के बीच कॉरिडोर का गुजरात वाला हिस्सा दिसंबर 2027 तक पूरा करने की योजना है। उन्होंने कहा, “पूरी परियोजना (महाराष्ट्र से साबरमती खंड) दिसंबर 2029 तक पूरी होने की उम्मीद है। हालांकि बुलेट ट्रेन परियोजना एक बहुत ही कठिन और तकनीकी रूप से इंटेंसिव प्रोजेक्ट है।”