केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के विवादास्पद बयान पर एकजुट विपक्ष ने आज लगातार चौथे दिन लोकसभा में सरकार को घेरा और इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान से संतुष्ट नहीं हुए तथा संबंधित मंत्री पर कार्रवाई की मांग करते हुए सदन से वाकआउट किया।

आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्य अपने मुंह पर काली पट्टी लगाकर आए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साध्वी के बयान को खारिज करते हुए मर्यादा में रहकर बोलने की नसीहत दी। उन्होंने सदन चलने देने के लिए निचले सदन के सदस्यों का आभार जताया। प्रधानमंत्री ने साध्वी मुद्दे पर विराम लगाकर देशहित में सदन में कामकाज चलने देने का आग्रह किया।

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इस पर सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि प्रधानमंत्री को मालूम है कि यह विषय किस संदर्भ में उठाया गया है। यह बात उनके संज्ञान में लाना जरूरी थी। हम किसी व्यक्ति के विरूद्ध नहीं है, चाहे वह किसी भी पृष्ठभूमि का हो।

उन्होंने कहा कि आपके मंत्रिगण ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे देश में दूसरे तरह का माहौल बन रहा है।

अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि आपने मांग की थी और प्रधानमंत्री ने बयान दे दिया। अब सदन की कार्यवाही चलने दें।

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इसके बाद अपने मुंह पर काली पट्टी लगाये कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा, वामदल समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।

विपक्षी सदस्यों के वाकआउट के बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही चलायी। इस दौरान प्रश्नों को लिया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य मंत्रियों ने सदस्यों के सवालों के जवाब भी दिये।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस सदस्यों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना भी दिया था।