महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मतदाता सूचियों में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर पलटवार किया। फड़नवीस ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने सलीम-जावेद से एक ‘पटकथा’ हासिल की है और यह सब काल्पनिक है। फड़नवीस ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस नेता केवल अपनी विफलता छिपाने का बहाना ढूंढ रहे हैं।

सीएम फड़नवीस ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि राहुल गांधी ने सलीम-जावेद (बॉलीवुड पटकथा लेखकों) से संपर्क किया है और हर जगह एक पटकथा पेश कर रहे हैं। हालांकि, इसमें मनोरंजन के अलावा कुछ भी नहीं निकल रहा है। उनके पास एक भी तथ्यात्मक बात नहीं है, यह सब काल्पनिक है।’’ फड़नवीस ने कहा कि कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मतदाता सूचियों में कुछ समस्याएं हैं जबकि भाजपा लंबे समय से यह चिंता व्यक्त करती रही है।

देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, ‘‘हमने मांग की है कि निर्वाचन आयोग एक व्यापक पुनरीक्षण करे, जिसकी शुरुआत उसने बिहार में कर दी है। लेकिन अब राहुल गांधी संशोधन का विरोध कर रहे हैं। वह असल में क्या चाहते हैं? इससे साफ जाहिर होता है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि व्यापक संशोधन का क्या मतलब होता है। वह तो बस अपनी नाकामियों को छुपाने का बहाना ढूंढ रहे हैं।’’

पढ़ें- राहुल गांधी के आरोपों पर क्या बोले रवि किशन

राहुल गांधी की स्थिति ‘मानसिक दिवालियापन’ की- मोहन यादव

वहीं, दूसरी ओर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की स्थिति ‘मानसिक दिवालियापन’ की है और उन्हें निर्वाचन आयोग पर लगाए गए आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने जिस प्रकार की बयानबाजी की है, वह एक तरह से मानसिक दिवालियापन की स्थिति है। राहुल कभी उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के बारे में कुछ भी बोल देते हैं तो कभी सेना का अपमान करते हैं। राहुल गांधी ने अब निर्वाचन आयोग और चुनावी प्रक्रिया पर सार्वजनिक रूप से सवाल खड़े किए हैं। एक तरह से यह अर्बन नक्सलाइट वाली मानसिकता है। उनको देश से माफी मांगी चाहिए।”

राहुल गांधी ने लगाया ‘वोट चोरी’ का आरोप

राहुल गांधी ने गुरुवार (7 अगस्त) को कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र का डेटा सामने रखते हुए आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में हेरफेर करके ‘वोट चोरी’ का यह मॉडल कई निर्वाचन क्षेत्रों में लागू किया गया है ताकि भाजपा को फायदा मिल सके। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा किया कि यह सब भाजपा और निर्वाचन आयोग की मिलीभगत से हो रहा है और यह संविधान के खिलाफ अपराध है। उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची के आंकड़ों की प्रस्तुति दी और धांधली का दावा किया। पढ़ें- शशि थरूर ने राहुल गांधी का वीडियो रीट्वीट कर इस मुद्दे पर मिलाया सुर

(भाषा के इनपुट के साथ)