कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नए साल की पूर्व संध्या पर बयान जारी किया है। राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि 2026 संविधान को सुरक्षित रखने के लिए संघर्ष जारी रखने के साथ लोकतंत्र को वापस पाने के लिए साझा संकल्प के नवीनीकरण का साल होगा।
राहुल गांधी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस साल के अपने कुछ भाषणों और कार्यक्रमों का ब्यौरा भी साझा किया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘यह वर्ष हमारे लोगों की बात सुनने, उनके साथ मजबूती से खड़े रहने और सत्ता के सामने सच बोलने का रहा। मेरे हर कदम का मार्गदर्शन एक ही विश्वास ने किया कि संविधान हर भारतीय नागरिक की सुरक्षा करता है और हम इसे कमजोर या नष्ट होने नहीं दे सकते।’’
राहुल गांधी ने कहा कि आने वाला वर्ष सिर्फ इस संघर्ष को जारी रखने का नहीं होगा, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र को वापस पाने के लिए साझा संकल्प के नए सिरे से नवीकरण का वर्ष होगा।
राहुल गांधी पिछले कुछ सालों से लगातार आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार लगातार संविधान पर हमला कर रही है। वह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अपील करते हैं कि उन्हें संविधान की रक्षा के लिए खड़ा होना चाहिए। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने इस बात को जोर-शोर से उठाया था कि मोदी सरकार के शासन में संविधान खतरे में है।
बीएमसी चुनाव में कांग्रेस के अकेले लड़ने से क्या विपक्षी एकता कमजोर होगी?
