कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम राहत मिली है। इस एक राहत ने कांग्रेस को बड़ा सियासी बूस्टर दे दिया है। इस बूस्टर का असर पार्टी को ना सिर्फ आगामी लोकसभा चुनाव में मिलने वाला है, बल्कि मानसून सत्र में भी इसका असर दिख जाएगा। असल में अब राहुल गांधी एक बार फिर संसद में जा सकते हैं, सांसद बन चुके हैं।
राहुल की वापसी, संसद में इंडिया की ताकत बढ़ी?
अब कांग्रेस और पूरे विपक्ष के लिए ये एक बड़ा फायदा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सबसे ज्यादा आक्रमक अंदाज में राहुल गांधी ही वार करते हैं। अडानी मामले से लेकर बेरोजगारी और चीन तक, राहुल ने लगातार सवाल दागे हैं। लोकसभा में भी उनका ऐसा अंदाज दिख चुका है कि बीजेपी भी कई बार रक्षात्मक हो जाती है। इसी वजह से राहुल की संसद में वापसी एक बड़ी खबर है। विपक्ष ज्यादा उत्साहित इसलिए भी है क्योंकि संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 10 अगस्त को आने जा रहा है।
मोदी पर सबसे ज्यादा आक्रमक राहुल
विपक्ष जानता है कि नंबर गेम में वो एनडीए से काफी पीछे है, ऐसे में उसकी जीतने की कोई संभावना नहीं। लेकिन इस एक प्रस्ताव की वजह से दोनों विपक्ष और सरकार को बोलने का पूरा मौका मिलने वाला है। वहां भी पीएम मोदी का तो एक लंबा भाषण सुनने को मिल जाएगा। ऐसे में अभी तक ये साफ नहीं था कि विपक्ष की तरफ से सबसे वार कहां से आएगा। लेकिन अब जब राहुल गांधी ने अपनी वापसी कर ली है, ऐसे में उनका मोदी से सीधा मुकाबला होना लाजिमी है।
मणिपुर पर राहुल का नेरेटिव तगड़ा!
वैसे भी इस समय मणिपुर मुद्दे को सदन में सबसे ज्यादा उठाया जा रहा है, कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने राज्य का दौरा भी कर रखा है। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इस मुद्दे पर राहुल का दिया हर बयान मायने रखेगा। इसके अलावा इस समय अविश्वास प्रस्ताव से जिस तरह बीजेपी 2024 के लिए नेरेटिव सेट करने की कोशिश करेगी, उसी अंदाज में अब इंडिया गठबंधन के लिए राहुल वो काम कर सकते हैं। ये नहीं भूलना चाहिए कि 2018 में जब मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, तब राहुल ने पीएम मोदी पर कई वार किए थे। यहां तक कह दिया था कि पीएम उनकी आंखों में सीधा नहीं देख सकते, वे डर गए हैं।
2018 वाला अविश्वास प्रस्ताव और राहुल का अंदाज
अपने भाषण में राहुल ने राफेल का मुद्दा तब सबसे ज्यादा बार उठाया था। उनकी तरफ से कहा गया था कि पीएम मोदी घोटाले में भागीदार हैं। ये अलग बात रही कि पीएम मोदी ने इसके बाद अपने भाषण के दौरान ऐसा वर्ड प्ले किया कि राहुल के सभी वार फीके साबित हुए और सारा फायदा बीजेपी को मिला। राहुल ने पीएम को राफेल में भागीदार बताया, मोदी ने खुद को देश की सेवा में भागीदार बता दिया। राहुल बोले पीएम मोदी डर गए, आंख नहीं मिला सकते, जवाब मिला- मैं कामदार, आप जैसे नामदार से कैसे आंख मिलाउंगा।
वैसे उस अविश्वास प्रस्ताव ने राहुल ने पीएम मोदी को गले लगाकर भी सभी को हैरान कर दिया था। उसका वीडियो तो आज भी सोशल मीडिया पर वायरल रहता है। ऐसे में राहुल के वो ताकत तो है जिससे वे तुरंत सुर्खियां भी बटोरते हैं और नेरेटिव भी सेट होता है। अब चुनावी मौसम में राहुल किस तरह से इंडिया के लिए बैटिंग करते हैं, इस पर सभी की नजर रहने वाली है।