कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी मंगलवार दोपहर 12 बजे लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे। सोमवार दोपहर ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल की गई है। वह सोमवार को लोकसभा पहुंचे थे, अब मंगलवार को उन्हें बोलने का मौका मिलेगा। वह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करेंगे। सोमवार शाम जब राहुल गांधी से मीडिया ने उनके MP स्टेटस को बहाल किए जाने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि आप लोग भी खुश लग रहे हो, ये क्या हो रहा है।

राहुल गांधी ने गांधी प्रतिमा को किया नमन

सदस्यता बहाल होने के बाद राहुल गांधी करीब 12 बजे संसद भवन पहुंचे और लोकसभा की कार्यवाही में शामिल हुए। संसद भवन पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने सबसे पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा को नमन किया और फिर सदन में गए। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में पार्टी के उप नेता प्रमोद तिवारी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने संसद भवन के प्रवेश द्वार पर राहुल गांधी का स्वागत किया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने का स्वागत करते हुए सोमवार को कहा कि इससे भारत के लोगों, खासकर वायनाड संसदीय क्षेत्र की जनता को राहत मिली है। खड़गे ने ट्वीट किया, “राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल करने का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है। यह भारत के लोगों और विशेषकर वायनाड की जनता के लिए राहत लेकर आया है।” उन्होंने कहा, “BJP और मोदी सरकार के कार्यकाल का अब जो भी समय बचा है, उन्हें उसका उपयोग विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें शासन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”

महबूबा बोलीं- शेर की तरह दहाड़ते देखना चाहती हूं

PDP की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने पर सोमवार को उन्हें बधाई देते हुए कहा कि वह संसद में उन्हें जनता के मुद्दों पर ‘शेर की तरह दहाड़ते’ हुए देखना चाहती हैं। गुजरात की एक अदालत ने मार्च में राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराया था और दो साल जेल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। किसी सांसद या विधायक को दो साल या उससे ज्यादा की सजा सुनाए जाने के बाद वह सदन की सदस्यता के लिये अयोग्य हो जाता है।

राहुल की लोकसभा सदस्यता सोमवार को बहाल होने पर महबूबा मुफ्ती ने कहा, ”मैं कांग्रेस और राहुल गांधी को उनकी सदस्यता बहाल होने के लिए बधाई देना चाहती हूं। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात की अदालत के फैसले पर कई सवाल खड़े किए हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर किसी गरीब व्यक्ति के साथ अन्याय होता है, तो फिर वह कहां जाए।”

उन्होंने कहा कि निचली अदालतों से राहत नहीं मिलने के बाद सभी लोग तो उच्चतम न्यायालय का दरवाजा नहीं खटखटा सकते हैं। उन्होंने कहा, ”निचली अदालतों में बेगुनाहों की जमानत खारिज कर दी जाती है और उन्हें वर्षों तक जेल में डाल दिया जाता है, जबकि बलात्कारी और भ्रष्टाचारी आसानी से बाहर निकल जाते हैं, क्योंकि उनके लिए जमानत बड़ी आसानी से उपलब्ध है। यह चिंता का विषय है।”